15 नवंबर 2024 को हरियाणा के तेज गेंदबाज Anshul Kamboj ने Ranji Trophy के इतिहास में एक अनोखा रिकॉर्ड स्थापित किया। उन्होंने केरल के खिलाफ खेले गए मैच में एक पारी में 10 विकेट चटकाए, और इस अद्भुत उपलब्धि के साथ वह रणजी ट्रॉफी में यह कारनामा करने वाले तीसरे गेंदबाज बन गए। इस लेख में पढ़ें कंबोज के ऐतिहासिक प्रदर्शन, उनके रिकॉर्ड्स, टीम पर असर, और क्रिकेट जगत से मिली सराहना के बारे में।
Anshul Kamboj ने Ranji Trophy के इतिहास में दर्ज किया अनूठा रिकॉर्ड
15 नवंबर 2024 को, हरियाणा के तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज ने रणजी ट्रॉफी के पांचवें दौर में केरल के खिलाफ खेलते हुए क्रिकेट इतिहास में अपनी जगह बना ली। रोहतक के चौधरी बंसीलाल स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में कंबोज ने एक पारी में 10 विकेट चटकाए, जिससे वह रणजी ट्रॉफी के इतिहास में यह अनोखा कारनामा करने वाले तीसरे गेंदबाज बन गए।
Anshul Kamboj का ऐतिहासिक गेंदबाजी प्रदर्शन
कंबोज ने इस ऐतिहासिक प्रदर्शन में 30.1 ओवर में 49 रन देकर 10 विकेट झटके। यह एक बेहद दुर्लभ उपलब्धि है, जिसे अब तक केवल दो अन्य गेंदबाजों ने रणजी ट्रॉफी में हासिल किया है—1956-57 में प्रेमांग्सु चटर्जी (10/20) और 1985-86 में प्रदीप सुंदरम (10/78)। कंबोज अब भारतीय प्रथम श्रेणी क्रिकेट में ऐसा करने वाले छठे खिलाड़ी बन गए हैं, और इस सूची में अनिल कुंबले, सुभाष गुप्ता, और देवाशीष मोहंती जैसे दिग्गजों के नाम भी शामिल हैं।
प्रारंभिक दिन में Anshul Kamboj का आक्रमण
कंबोज की गेंदबाजी का सिलसिला दूसरे दिन से ही शुरू हुआ, जब उन्होंने केरल के मजबूत बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त करना शुरू किया। केरल ने 138/2 के स्कोर से दिन की शुरुआत की थी, लेकिन कंबोज ने जल्दी ही अक्षय चंद्रन (59) और सचिन बेबी (52) को आउट कर टीम की राह कठिन बना दी। इसके बाद कंबोज ने जलज सक्सेना और मोहम्मद अजहरुद्दीन को भी आउट किया। दिन का खेल खत्म होने तक कंबोज ने आठ विकेट लेकर मैच पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी।
तीसरे दिन इतिहास रचा
तीसरे दिन, कंबोज को केवल दो विकेट की दरकार थी। उन्होंने 111वें ओवर में बासिल थंपी को क्लीन बोल्ड कर अपना नौवां विकेट लिया, और इसके कुछ ही देर बाद शौन रॉजर को आउट कर इतिहास रच दिया। केरल की पूरी टीम 291 रन पर समेट गई, और कंबोज ने इस अद्भुत उपलब्धि के साथ मैदान छोड़ते हुए क्रिकेट इतिहास में अपना नाम स्वर्णाक्षरों में दर्ज कर लिया।
उभरते सितारे के रूप में कंबोज का नाम
अंशुल कंबोज का यह ऐतिहासिक प्रदर्शन रणजी ट्रॉफी में हरियाणा के किसी भी गेंदबाज द्वारा किया गया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बन गया है। इससे पहले यह रिकॉर्ड जोगिंदर शर्मा के नाम था, जिन्होंने 2004-05 में विदर्भ के खिलाफ 8/24 का आंकड़ा दर्ज किया था। कंबोज ने अपनी घातक गेंदबाजी से घरेलू क्रिकेट में न केवल एक बड़ा नाम कमाया है, बल्कि आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए भी अपनी प्रतिभा का लोहा भी मनवाया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर Anshul Kamboj की तुलना
कंबोज के इस ऐतिहासिक प्रदर्शन ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के दिग्गजों के साथ खड़ा कर दिया है। टेस्ट क्रिकेट में केवल तीन गेंदबाजों ने एक पारी में 10 विकेट लेने का यह कारनामा किया है—जिम लेकर (इंग्लैंड, 1956), अनिल कुंबले (भारत, 1999), और एजाज पटेल (न्यूजीलैंड, 2021)। कंबोज का नाम अब इस सूची में शामिल हो गया है, जो भारतीय क्रिकेट के लिए गर्व की बात है।
टीम पर कंबोज के प्रदर्शन का असर
कंबोज की ऐतिहासिक गेंदबाजी ने न केवल व्यक्तिगत रिकॉर्ड्स बनाए, बल्कि उनके प्रदर्शन ने हरियाणा की टीम को भी मजबूती दी। केरल की टीम को 291 रनों पर समेट कर कंबोज ने अपनी टीम को मैच में मजबूत स्थिति में ला दिया। यह न केवल उनकी गेंदबाजी का बेहतरीन उदाहरण था, बल्कि उनकी मानसिक दृढ़ता और आत्मविश्वास भी इस उपलब्धि का मुख्य कारण था।
क्रिकेट जगत से Anshul Kamboj की तारीफें
कंबोज के इस ऐतिहासिक प्रदर्शन पर क्रिकेट जगत से भरपूर सराहना मिली। सोशल मीडिया पर कई पूर्व क्रिकेटरों और विशेषज्ञों ने उनके इस कारनामे की प्रशंसा की। खासकर घरेलू क्रिकेट में तेज गेंदबाजों के उभरते दौर में कंबोज का यह प्रदर्शन युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बन गया है। उनकी गेंदबाजी ने यह साबित कर दिया है कि भारतीय क्रिकेट में अभी भी तेज गेंदबाजों का सुनहरा दौर आना बाकी है।
कंबोज के इस ऐतिहासिक प्रदर्शन से साफ है कि भारतीय क्रिकेट में तेज गेंदबाजों की एक नई पीढ़ी तैयार हो रही है, जो भविष्य में कई नए रिकॉर्ड्स और उपलब्धियां बनाने की क्षमता रखती है।
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