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अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2025: क्यों मनाते हैं और क्या है इस साल की थीम?

अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2025

अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2025

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अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस हर साल 24 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन शिक्षा के महत्व और इसे सभी के लिए सुलभ बनाने के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। शिक्षा केवल व्यक्तिगत विकास के लिए नहीं, बल्कि समाज में समानता, शांति और विकास लाने के लिए भी जरूरी है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2018 में इसे आधिकारिक दिवस घोषित किया था, और पहली बार 2019 में इसे मनाया गया।

2025 की थीम: ‘एआई और शिक्षा: ऑटोमेशन में मानवता का संरक्षण’

इस साल की थीम है:
‘AI and Education: Preserving Human Agency in a World of Automation’
जिसका मतलब है, “एआई और शिक्षा: ऑटोमेशन की दुनिया में मानवता का संरक्षण।”

यह थीम इस पर ध्यान केंद्रित करती है कि शिक्षा किस तरह लोगों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और तकनीकी बदलावों को समझने और उनका सही उपयोग करने में मदद कर सकती है। यह तकनीक के उपयोग के साथ-साथ नैतिकता और मानवीय मूल्यों को बनाए रखने की दिशा में एक अहम कदम है।

शिक्षा दिवस का महत्व

  1. शिक्षा का अधिकार: हर व्यक्ति को समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पाने का अधिकार है।
  2. शांति और विकास: शिक्षा समाज में शांति, समानता और विकास के लिए एक मजबूत आधार है।
  3. तकनीकी युग में शिक्षा की भूमिका: एआई और ऑटोमेशन के इस युग में शिक्षा यह सिखाती है कि नई तकनीकों का उपयोग कैसे मानवता की भलाई के लिए किया जा सकता है।

क्यों खास है यह दिन?

आज की दुनिया तेजी से बदल रही है, और तकनीक हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गई है। शिक्षा अब केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सिखाने का माध्यम बन गई है कि हम एआई और ऑटोमेशन जैसी तकनीकों के साथ कैसे सामंजस्य बिठा सकते हैं। शिक्षा यह सुनिश्चित करती है कि हम तकनीकी बदलावों का सामना कर सकें और उनका उपयोग समाज को बेहतर बनाने के लिए कर सकें।

कैसे मनाते हैं यह दिवस?

इस दिन दुनिया भर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों में शिक्षा के महत्व पर चर्चा होती है, नई तकनीकों को समझने के तरीके खोजे जाते हैं, और शिक्षा के अधिकार को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाए जाते हैं।

नतीजा

अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2025 का उद्देश्य केवल तकनीकी ज्ञान देना नहीं है, बल्कि यह सिखाना है कि हम तकनीक का उपयोग नैतिकता और मानवता के साथ कैसे कर सकते हैं। शिक्षा वह शक्ति है, जो न केवल हमारे भविष्य को बेहतर बनाती है, बल्कि एक समावेशी और न्यायपूर्ण समाज का निर्माण करती है।

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