Jaipur gas tanker accident: जयपुर में 20 दिसंबर 2024 को हुई गैस टैंकर दुर्घटना ने पूरे शहर को शोक में डुबो दिया। इस हादसे में 11 लोगों की जान चली गई, जबकि 28 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। दुर्घटना ने न केवल मृतकों के परिवारों को आघात पहुँचाया, बल्कि आसपास के स्थानीय निवासियों को भी गहरी चिंताओं में डाल दिया है, जिनका दावा है कि वे धुएं के कारण सांस लेने में परेशानी महसूस कर रहे हैं। इस हादसे ने यह साबित कर दिया कि दुर्घटनाएं सिर्फ सड़क पर ही नहीं, बल्कि आसपास के वातावरण पर भी गहरे असर डाल सकती हैं। आइए जानते हैं अब तक क्या-क्या हुआ है:
दुर्घटना का विवरण:
यह भयानक दुर्घटना जयपुर-अजमेर हाईवे पर सुबह लगभग 5:30 बजे हुई। एक सीएनजी गैस टैंकर, जो एक पेट्रोल पंप के पास खड़ा था, एक ट्रक के साथ हुई टक्कर के बाद आग की लपटों में घिर गया। इसके बाद लगातार धमाकों की आवाजें सुनाई देने लगीं। कई वाहन आग में जल गए, जिससे 37 वाहन पूरी तरह से जलकर खाक हो गए। इस हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 28 घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
प्रारंभिक राहत और बचाव कार्य:
घटना के तुरंत बाद, स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने राहत और बचाव कार्यों को तेज़ी से शुरू किया। जयपुर के SMS मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 27 घायलों को भर्ती किया गया, जिनमें से कई की हालत गंभीर है। इसके अलावा, एक घायल को एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। एक डॉक्टर के अनुसार, पांच शवों को अस्पताल लाया गया, और इलाज के दौरान पांच और लोगों की मौत हो गई।
प्रधानमंत्री और राज्य सरकार की ओर से सहायता:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे में मृतकों के परिवारों के लिए ₹2 लाख की अनुग्रह राशि की घोषणा की है। इसके अलावा, जिन लोगों को चोटें आई हैं, उन्हें ₹50,000 की सहायता प्रदान की जाएगी। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने यह जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर साझा की।
राजस्थान सरकार ने भी मृतकों के परिवारों को ₹5 लाख की वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया है। घायलों के लिए ₹1 लाख की राशि की घोषणा की गई है। इस भयानक दुर्घटना के बाद, प्रशासन ने राहत कार्यों के लिए एक ‘ग्रीन कॉरिडोर’ भी स्थापित किया, जिससे घायलों को जल्दी से अस्पताल पहुंचाया जा सके।
Jaipur gas tanker accident: दुर्घटना के प्रभाव
इस दुर्घटना का असर केवल सड़क यातायात पर नहीं पड़ा, बल्कि स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव डाला है। आसपास के इलाकों में धुएं का फैलना और आग की लपटों का बढ़ना एक गंभीर समस्या बन गया है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि वे आंखों में खुजली और सांस लेने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं। कुछ लोग यह भी दावा कर रहे हैं कि पास के इलाकों में कुछ पक्षी मृत पाए गए। यह स्थिति आसपास के वातावरण की खतरनाक स्थिति को दर्शाती है, जिससे स्थानीय लोग डर और चिंता में हैं।
अस्पतालों में स्थिति:
घायलों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है, और डॉक्टरों ने बताया कि कई लोग ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। एक निजी अस्पताल में भर्ती हुए व्यक्ति की हालत भी नाजुक है। अस्पताल प्रशासन ने घायलों के इलाज के लिए अतिरिक्त स्टाफ तैनात किया है और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है।
सड़क यातायात पर प्रभाव:
दुर्घटना के कारण जयपुर-अजमेर हाईवे के लगभग 300 मीटर के क्षेत्र में गंभीर अवरोध उत्पन्न हुआ। इससे सड़क पर लंबा जाम लग गया, और दोपहर तक यह जाम बढ़ते हुए मुख्य मार्ग को पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया था। प्रशासन ने यातायात को अन्य मार्गों से डायवर्ट किया और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया।
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