यमुना नदी में प्रदूषण के गंभीर मुद्दे पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग (EC) को अपना जवाब भेज दिया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से बताया कि हरियाणा से आने वाला पानी इतना दूषित है कि इसे पीने से लिवर खराब हो सकता है और यहां तक कि लोगों की जान भी जा सकती है।
चुनाव आयोग ने मांगा था जवाब
चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल से उनके बयान पर सफाई मांगी थी, जिसमें उन्होंने यमुना के पानी को जहरीला बताते हुए कहा था कि यह पानी स्वास्थ्य के लिए घातक हो सकता है। आयोग को भेजे जवाब में केजरीवाल ने कई सबूत पेश किए और विस्तार से अपनी बात रखी।
हरियाणा से आ रहा जहरीला पानी
केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली को पानी की आपूर्ति हरियाणा से होती है। इस पानी में अमोनिया की मात्रा इतनी अधिक है कि दिल्ली में पानी का ट्रीटमेंट करने वाले संयंत्र भी बंद हो जाते हैं। इसकी वजह से दिल्ली में पानी की कमी की समस्या उत्पन्न हो रही है। उन्होंने कहा, “यदि इस पानी को पीने दिया जाए, तो स्वास्थ्य को गंभीर खतरा हो सकता है और यह स्थिति मौत तक ले जा सकती है।”
अमोनिया का स्तर खतरनाक
दिल्ली जल बोर्ड (DJB) के सीईओ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए केजरीवाल ने बताया कि हरियाणा से आने वाले पानी में अमोनिया का स्तर 6.5 से 7 पीपीएम तक पहुंच गया है, जो मानक सीमा से 14 गुना अधिक है। वजीराबाद और चंद्रावल में जल ट्रीटमेंट संयंत्र इस जहरीले पानी के कारण पूरी क्षमता से काम नहीं कर पा रहे हैं। इन संयंत्रों का उत्पादन लगभग 20 प्रतिशत तक घट गया है।
दिल्ली की कोई भूमिका नहीं
केजरीवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि यमुना में प्रदूषण के लिए दिल्ली जिम्मेदार नहीं है, क्योंकि यह पानी हरियाणा से आ रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार लगातार इस समस्या के समाधान के लिए प्रयासरत है, लेकिन दूषित पानी की आपूर्ति के कारण स्थिति विकट बनी हुई है।
स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा
केजरीवाल के मुताबिक, इस पानी का सेवन लोगों के लिवर के लिए अत्यंत हानिकारक है। यदि समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो यह दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर चुनौती बन सकता है।
यमुना में प्रदूषण और हरियाणा से आने वाले दूषित पानी के मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग के सामने सबूतों के साथ अपनी बात रखी है। अब देखना यह होगा कि इस मामले में चुनाव आयोग और संबंधित सरकारी विभाग क्या कदम उठाते हैं।