
Gangster Arrested मुरथल मर्डर केस में वांछित इनामी गैंगस्टर राकेश उर्फ पंपू गिरफ्तार
Gangster Arrested: पानीपत के कुख्यात गैंगस्टर राकेश उर्फ पंपू को स्पेशल सेल ने रोहिणी से गिरफ्तार किया। वह मुरथल मर्डर केस में वांछित था और उस पर 20 हजार रुपये का इनाम था। गिरफ्तारी के समय उसके पास हथियार और कार बरामद हुई।
Gangster Arrested: गैंगस्टर राकेश उर्फ पंपू को स्पेशल सेल की टीम ने किया गिरफ्तार
पानीपत के खतरनाक और कुख्यात गैंगस्टर राकेश उर्फ पंपू को आखिरकार स्पेशल सेल की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। वह लंबे समय से कानून की पकड़ से दूर था और फरार चल रहा था। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली जैसे कई राज्यों में लगातार दबिश दे रही थी। काफी प्रयासों के बाद पुलिस को कामयाबी मिली और उसे दिल्ली के रोहिणी इलाके से पकड़ा गया। आरोपी राकेश मूल रूप से पानीपत जिले का निवासी है और उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
Gangster Arrested: राकेश उर्फ पंपू पर 20 हजार रुपये का इनाम
पुलिस ने जानकारी दी है कि राकेश उर्फ पंपू पर 20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। डीसीपी अमित कौशिक के अनुसार, वह मुरथल के वीर ढाबा पर हुए गैंगस्टर दीपक की हत्या के मामले में शामिल था। गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से एक पिस्टल, चार जिंदा कारतूस और एक ब्रेजा कार भी बरामद की गई। दीपक की हत्या के बाद राकेश ने दिल्ली में अपना नया गैंग बनाने की योजना बनाई थी, जिसके लिए उसने करीब 15 से 20 युवकों की भर्ती भी कर ली थी। सोनीपत के पुलिस कमिश्नर ने उसकी गिरफ्तारी पर इनाम घोषित किया था।
स्पेशल सेल को एक अहम सूचना मिली थी कि फरवरी 2025 में मुरथल के वीर ढाबा पर गैंगस्टर दीपक उर्फ भांजा की हत्या में शामिल इनामी अपराधी जल्द ही दिल्ली आने वाला है। इस इनपुट के आधार पर टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए रोहिणी इलाके में घेराबंदी की। जैसे ही आरोपी ब्रेजा कार से रोहिणी पहुंचा, उसे दबोच लिया गया। पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि वह दिल्ली में अपने गैंग के सदस्यों से मुलाकात करने आया था।
Gangster Arrested: गैंगस्टर राकेश उर्फ पंपू का आपराधिक इतिहास
गैंगस्टर राकेश उर्फ पंपू का आपराधिक इतिहास लंबे समय से चलता आ रहा है। उसने पानीपत के एसडी कॉलेज से इन्फॉर्मेशन मैनेजमेंट की पढ़ाई की थी, लेकिन पारिवारिक दुश्मनी ने उसे अपराध के रास्ते पर धकेल दिया। साल 2010 में राकेश के चाचा की हत्या उसके ही गांव के श्रवण नामक व्यक्ति ने कर दी थी। इस वारदात के बाद राकेश ने साथियों के साथ मिलकर श्रवण पर जानलेवा हमला किया, लेकिन वह किसी तरह बच निकला।
इसके बाद 2014 में राकेश के जीजा की हत्या गैंगस्टर दीपक उर्फ भांजा ने कर दी, जिससे दोनों के बीच गहरी रंजिश और दुश्मनी शुरू हो गई। इस दुश्मनी की आग 2017 में और भड़क गई जब पानीपत की कोर्ट में राकेश पर जानलेवा हमला हुआ। हमलावरों ने उसके सिर सहित शरीर के कई हिस्सों पर चार गोलियां चलाईं, लेकिन वह गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद बच गया। इस हमले के बाद से राकेश ने खुद को और अधिक सक्रिय रूप से गैंग गतिविधियों में शामिल कर लिया।
हत्या की कोशिश औऱ लूट की गतिविधियों में शामिल
बता दें कि राकेश लगातार हत्या की कोशिश औऱ लूट की गतिविधियों में शामिल रहा। स्पेशल सेल की टीम ने 2023 में आरोपी को पकड़ा था। 2024 में जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद आरोपी ने फरवरी में दीपक की हत्या कर जीजा की मौत का बदला ले लिया। इसके बाद से वह लगातार फरार चल रहा था। राकेश पर हत्या, वसूली, हत्या की कोशिश, अपहरण और मारपीट जैसे कम से कम 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं। मार्च 2016 में एक कबड्डी खिलाड़ी की गैंगवार में हत्या हुई थी, इसमें भी उसका हाथ था। उसने पानीपत के कई कारोबारियों से 10 लाख तक की रंगदारी मांगी थी।
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