पहले चरण का प्रचार आज शाम थम जाएगा
Bihar Election 2025 के पहले चरण का प्रचार आज शाम थम जाएगा। चुनावी रण में उतर चुके सभी प्रमुख दलों और प्रत्याशियों के लिए यह आखिरी मौका है जब वे मतदाताओं से सीधे संवाद कर सकेंगे। इसके बाद राज्य के 37 जिलों की 94 सीटों पर 6 नवंबर को वोटिंग होगी। इस चरण में कुल 1314 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें कई दिग्गज नेताओं की किस्मत ईवीएम में कैद होगी।
राजनीतिक दलों ने झोंकी पूरी ताकत
Bihar Election 2025 के पहले चरण को लेकर सत्तारूढ़ एनडीए और विपक्षी गठबंधन दोनों ही पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, गृह मंत्री अमित शाह, तेजस्वी यादव, अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी जैसी बड़ी हस्तियों ने अपनी-अपनी सभाओं के माध्यम से मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की है।
एनडीए जहां विकास और स्थिरता के मुद्दे पर वोट मांग रही है, वहीं महागठबंधन बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार को लेकर सरकार पर हमलावर है।
कई सीटों पर रोचक मुकाबला
पहले चरण की कई सीटों पर बेहद दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है। गया, नवादा, औरंगाबाद, सासाराम, बक्सर और भोजपुर जैसे जिलों में सत्ताधारी और विपक्षी गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है।
इसके अलावा कुछ सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार भी मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं। महिला प्रत्याशियों की संख्या इस बार थोड़ी बढ़ी है, जिससे राजनीतिक विश्लेषक इसे सकारात्मक संकेत मान रहे हैं।
कुल उम्मीदवार और मतदाता
राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक Bihar Election 2025 के पहले चरण में कुल 1314 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें से 122 महिला उम्मीदवार हैं। इस चरण में लगभग 2.4 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगा, हालांकि नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा के मद्देनज़र मतदान का समय सीमित रखा गया है।
Bihar Election 2025 के लिए सुरक्षा और व्यवस्था की तैयारी पूरी
पहले चरण की वोटिंग को लेकर चुनाव आयोग ने सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए हैं। केंद्रीय बलों की 800 से अधिक कंपनियां तैनात की जा रही हैं। संवेदनशील बूथों की संख्या करीब 12 हजार बताई गई है।
राज्य पुलिस और जिला प्रशासन को विशेष निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, मतदाताओं की सुविधा के लिए हर बूथ पर न्यूनतम सुविधाएं जैसे पेयजल, रैंप और शेड की व्यवस्था की गई है।
चुनावी मुद्दे और जनता का रुझान
इस चरण में प्रमुख मुद्दे रोजगार, बिजली-पानी, शिक्षा और किसानों की आय से जुड़े हैं। युवा मतदाता इस बार निर्णायक भूमिका में माने जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी चुनावी चर्चा जोरों पर है, और कई उम्मीदवार डिजिटल माध्यमों से प्रचार में सक्रिय हैं।
ग्रामीण इलाकों में जातीय समीकरण अब भी अहम भूमिका निभा रहे हैं, वहीं शहरी क्षेत्रों में विकास कार्य और बुनियादी सुविधाएं मुख्य मुद्दा बने हुए हैं।
6 नवंबर को मतदाता तय करेंगे किस्मत
आज शाम 5 बजे के बाद किसी भी उम्मीदवार या दल को रैलियों, रोड शो और जनसभा की अनुमति नहीं होगी। इसके बाद 48 घंटे का साइलेंस पीरियड लागू होगा ताकि मतदाता शांतिपूर्वक निर्णय ले सकें।
6 नवंबर को वोटिंग के साथ पहले चरण की परीक्षा शुरू होगी। उसके बाद धीरे-धीरे दूसरे और तीसरे चरण की ओर राजनीतिक माहौल और भी गरमाने की संभावना है।
राजनीतिक विश्लेषकों की राय
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि Bihar Election 2025 के पहले चरण के नतीजे आगे के चरणों का रुझान तय कर सकते हैं। कई सीटों पर मुकाबला इतना कड़ा है कि कुछ सौ वोट भी हार-जीत का फैसला कर सकते हैं।
विश्लेषकों के अनुसार, एनडीए जहां अपनी सत्ता बचाने के लिए हर रणनीति आजमा रही है, वहीं महागठबंधन जनता में असंतोष को अपने पक्ष में भुनाने की कोशिश कर रहा है।
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