Rum for cold: क्या गरम पानी में रम लेना सर्दी-जुकाम में वाकई फायदा देता है? जानिए डॉक्टर क्या कहते हैं
Rum for cold: सर्दी-जुकाम के मौसम में अक्सर लोग एक घरेलू नुस्खा अपनाते हैं — “थोड़ी सी रम या ब्रांडी गरम पानी में मिलाकर पी लो, सब ठीक हो जाएगा।” ये बात पीढ़ियों से चली आ रही है। बहुत से लोग मानते हैं कि इससे शरीर को गर्माहट मिलती है, गला खुल जाता है और जुकाम कम हो जाता है। लेकिन क्या यह सच में इलाज है या सिर्फ एक पुरानी मान्यता? आइए जानते हैं कि इसमें कितनी सच्चाई है और डॉक्टर क्या कहते हैं।
Rum for cold: पुरानी परंपरा
रम को दुनिया की सबसे पुरानी स्पिरिट्स में गिना जाता है। 17वीं सदी में कैरेबियन इलाकों में बनी यह शराब आज भारत सहित कई देशों में लोकप्रिय है। सर्दी-जुकाम में लोग इसे गरम पानी के साथ मिलाकर पीते हैं — इसे पश्चिम में “hot toddy” कहा जाता है। इसमें रम, गरम पानी, शहद और दालचीनी जैसे मसाले डाले जाते हैं। माना जाता है कि इससे गले की खराश में राहत मिलती है और शरीर में गर्माहट आती है।
बॉलीवुड फिल्मों में भी ऐसा कई बार दिखाया गया है — ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ में शाहरुख खान ने कांपती काजोल को कॉन्यैक ऑफर किया था, और ‘चांदनी’ में ऋषि कपूर ने श्रीदेवी को ऐसा ही पेय दिया था। लेकिन फिल्मों और हकीकत में फर्क होता है।
रम से मिलती है सिर्फ अस्थायी राहत
नई दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल के मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अतुल कक्कड़ कहते हैं की “रम या ब्रांडी पीने से थोड़ी गर्मी महसूस होती है, जिससे सर्दी-जुकाम के लक्षणों में थोड़ी राहत जरूर मिल सकती है, लेकिन यह किसी भी तरह का इलाज नहीं है। अल्कोहल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर सकता है और बार-बार सेवन करने पर नुकसानदेह साबित हो सकता है।”
वास्तव में रम में मौजूद एथेनॉल शरीर की रक्त वाहिकाओं को फैलाता है, जिससे थोड़ी देर के लिए गर्मी महसूस होती है। लेकिन यह असर अस्थायी होता है। गले की खराश या बंद नाक में थोड़ी राहत तो मिल सकती है, मगर इसका मतलब यह नहीं कि सर्दी-जुकाम ठीक हो जाएगा।
रम से होने वाले संभावित खतरे
- डिहाइड्रेशन (पानी की कमी): अल्कोहल शरीर से पानी कम करता है, जिससे सर्दी-जुकाम और बढ़ सकता है।
- नींद में बाधा: रम का सेवन नींद की गुणवत्ता पर असर डाल सकता है।
- दवाओं पर असर: अगर आप किसी दवा का सेवन कर रहे हैं, तो रम उसके असर को कम या बदल सकती है।
- इम्यून सिस्टम कमजोर: नियमित रूप से अल्कोहल लेने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, जिससे ठीक होने में समय लगता है।
डॉक्टरों की सलाह क्या है
डॉक्टर कहते हैं कि सर्दी-जुकाम या खांसी होने पर रम पीने से बेहतर और सुरक्षित उपाय हैं —
- गुनगुना पानी या हर्बल चाय पिएं।
- भाप लें ताकि नाक की जकड़न दूर हो।
- गर्म सूप या काढ़ा लें।
- आराम करें और नींद पूरी करें।
- शहद, अदरक, तुलसी, काली मिर्च जैसे प्राकृतिक उपचार अपनाएं।
2008 में हुए एक अध्ययन में पाया गया कि सिर्फ गर्म पेय पदार्थ पीने से ही सर्दी-जुकाम, गले में खराश और छींक आने जैसे लक्षणों में तुरंत राहत मिलती है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
डॉक्टरों का कहना है कि रम में पाए जाने वाले तत्व गले को हल्का सुन्न कर देते हैं, जिससे दर्द कम महसूस होता है। शहद या नींबू मिलाने से यह और आरामदेह हो जाता है। लेकिन यह सतही स्तर का असर है, असली इलाज नहीं।
एक डॉक्टर ने बताया, “गर्म पेय पदार्थ चाहे वह हर्बल चाय हो या सूप — वह भी उतनी ही राहत देते हैं जितनी रम से मिलती है, लेकिन उनमें कोई नुकसान नहीं होता।”
ध्यान दे
गरम पानी में रम लेना सर्दी-जुकाम का इलाज नहीं है। यह सिर्फ थोड़े समय के लिए राहत देता है, जैसे शरीर में गर्माहट या गले की खराश में कमी। लेकिन इसके नुकसान खासकर इम्यूनिटी कम होना और डिहाइड्रेशन इसके फायदों से कहीं ज्यादा हैं।
अगर सर्दी-जुकाम हो, तो प्राकृतिक और सुरक्षित उपाय अपनाना ही बेहतर है। डॉक्टर साफ कहते हैं —
“रम नहीं, बल्कि आराम, भाप और गर्म पेय ही सर्दी-जुकाम से लड़ने का असली तरीका है।”
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