
Board Exam 2026
2026 से दो बार होंगे Board Exam इस योजना का उद्देश्य छात्रों के बीच परीक्षा के तनाव को कम करना और एक तनाव-मुक्त माहौल बनाना है। यदि यह योजना लागू होती है, तो बच्चों का डर कम होगा और वे आराम से परीक्षा और पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे। वर्तमान में, बोर्ड परीक्षा साल में केवल एक बार आयोजित होती है, लेकिन अगर यह योजना लागू होती है, तो यह साल में दो बार आयोजित की जाएगी।
Board Exam को विस्तार से जानें:
कई बार यह देखा जाता है कि बच्चे परीक्षा के तनाव में आकर और कम अंक आने के डर से अपनी पूरी क्षमता का उपयोग नहीं कर पाते, जिससे वे अच्छे परिणाम प्राप्त नहीं कर पाते। कुछ बच्चे तो परीक्षा में असफल होने के कारण गंभीर मानसिक दबाव में आ जाते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 19 फरवरी को घोषणा की कि अब छात्रों को साल में दो बार बोर्ड परीक्षा देने का अवसर मिलेगा। इस प्रस्ताव पर विचार-विमर्श जारी है और जल्द ही सीबीएसई इसे सार्वजनिक परामर्श के लिए रखेगा। इसका मतलब है कि छात्रों, शिक्षकों और अन्य संबंधित पक्षों से इस योजना पर सुझाव लिया जाएगा, ताकि बेहतर फैसले लिए जा सकें।
Board Exam शिक्षा मंत्रालय द्वारा फीडबैक की मांग:
शिक्षा मंत्रालय ने सीबीएसई से एक सार्वजनिक डोमेन फीडबैक की मांग की है। मंत्रालय ने सीबीएसई से एक ऐसा प्रारूप तैयार करने को कहा है, जिसमें यह बताया जाए कि दोनों परीक्षा कैसे आयोजित की जाएं।
Board Exam में छात्रों को मिलेगा विकल्प:
वर्तमान सिस्टम में परीक्षा साल में केवल एक बार होती है, लेकिन यह नया प्रोग्राम आने के बाद छात्रों को दो बार परीक्षा देने का विकल्प मिलेगा।
- छात्र दोनों परीक्षाओं में से जिस परीक्षा में अधिक अंक प्राप्त करेंगे, उसे फाइनल माना जाएगा।
- छात्रों के पास यह विकल्प होगा:
- साल में एक बार परीक्षा दें: छात्र चाहें तो पुराने सिस्टम की तरह एक बार ही परीक्षा दे सकते हैं।
- दोनों परीक्षाओं में शामिल हों: यदि छात्र को अपनी परीक्षा पर संदेह है, तो वह दोनों बार परीक्षा दे सकते हैं। उनमें से जो परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करेंगे, वही स्कोर अंतिम माना जाएगा।
- किसी विषय में अच्छा प्रदर्शन न करने पर दूसरी परीक्षा दें: अगर छात्र किसी विषय में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते, तो वे उस विषय का पुनः परीक्षा दे सकते हैं।
Board Exam में क्या बदलेंगे परीक्षा देने का तरीका?
सूत्रों के अनुसार, अगर साल में दो बार परीक्षा का सिस्टम लागू होता है, तो सीबीएसई को दोनों परीक्षाओं के बीच अंतराल कम रखना पड़ेगा ताकि दोनों परीक्षाओं को बराबर समय मिल सके। इसका मतलब होगा कि दोनों परीक्षाएं 10 दिन के भीतर समाप्त हो जाएंगी। सभी रिजल्ट भी जल्दी घोषित किए जाएंगे। यह नया सिस्टम 2026-27 से लागू किया जाएगा।
Board Exam में सप्लीमेंट्री परीक्षा समाप्त होगी:
इस नए सिस्टम के लागू होने के बाद सप्लीमेंट्री परीक्षा समाप्त हो जाएगी। छात्र साल में केवल एक या दो बार परीक्षा दे सकेंगे। यह भी कहा जा रहा है कि छात्रों को दोनों परीक्षाओं में सभी विषयों की परीक्षा देना आवश्यक नहीं होगा। वे केवल उन विषयों का पुनः परीक्षा दे सकेंगे, जिनमें उन्होंने कम अंक प्राप्त किए हैं।
सीबीएसई की तैयारी:
सीबीएसई 12वीं के छात्रों के लिए एक ऐसा कैलेंडर तैयार कर रही है, जिससे साल में दो बार पूरे पाठ्यक्रम के अनुसार बोर्ड परीक्षा आयोजित की जा सके, और 12वीं के बाद अंडरग्रैजुएट कोर्स में प्रवेश प्रक्रिया पर कोई असर न पड़े।
नोट:
यह योजना छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव साबित हो सकती है, क्योंकि इससे उन्हें परीक्षा के तनाव से राहत मिल सकती है और वे बेहतर परिणाम प्राप्त करने का अधिक अवसर पा सकेंगे। दो बार परीक्षा देने का विकल्प छात्रों को अपनी गलतियों को सुधारने और अपनी मेहनत का सही परिणाम प्राप्त करने का मौका देगा। शिक्षा मंत्रालय और सीबीएसई की तैयारी से यह स्पष्ट है कि आने वाले समय में यह योजना छात्रों की शिक्षा में सकारात्मक बदलाव लाएगी, और इससे उनका मानसिक दबाव कम होगा।