
Dhruv Rathee Sikh Video Controversy
Dhruv Rathee Sikh Video Controversy: लोकप्रिय यूट्यूबर ध्रुव राठी इन दिनों एक नए विवाद में घिर गए हैं। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो अपलोड किया था जिसका शीर्षक था –
“The Sikh Warrior Who Terrified Mughals: The Legend of Banda Singh Bahadur”
इस वीडियो में उन्होंने सिख गुरुओं, बाबा बंदा सिंह बहादुर और सिख इतिहास को समझाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल किया। लेकिन इसी बात को लेकर सिख समुदाय ने नाराजगी जताई है और इसे धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ बताया है।
Dhruv Rathee Sikh Video Controversy: क्या था वीडियो में?
यह वीडियो करीब 24 मिनट का था। ध्रुव राठी ने खुद बताया कि इसमें AI का बड़े स्तर पर उपयोग किया गया है। उन्होंने सिख इतिहास को विजुअल रूप में दिखाने के लिए AI जनरेटेड तस्वीरों और एनिमेशन का सहारा लिया। खासकर जब गुरु गोबिंद सिंह जी को एक बच्चे के रूप में रोते हुए दिखाया गया, तो सिख समाज और कई धार्मिक संगठनों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया।
SGPC का विरोध
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने इस वीडियो की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि ध्रुव राठी को कोई अधिकार नहीं है कि वे गुरु साहिबान की छवि को अपने वीडियो में दिखाएं। उन्होंने कहा कि सिखों के इतिहास को AI से प्रस्तुत करना सही तरीका नहीं है और इस तरह की कोशिशें इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करने जैसी हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और सिख समाज को सोशल मीडिया पर ध्रुव राठी को जवाब देना चाहिए।
मनजिंदर सिंह सिरसा की प्रतिक्रिया
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी ध्रुव राठी के वीडियो की निंदा की। उन्होंने कहा कि यह वीडियो ऐतिहासिक रूप से गलत है और सिख धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है। उन्होंने गुरु गोबिंद सिंह जी को रोते हुए दिखाने को बहुत ही आपत्तिजनक बताया।
सिरसा ने कहा कि DSGMC ने राठी के खिलाफ शिकायत दर्ज की है और यूट्यूब से उनके चैनल की जांच करने को कहा गया है। साथ ही उन्होंने दिल्ली पुलिस से मांग की है कि IPC की धारा 295A के तहत राठी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।
ध्रुव राठी ने हटाया वीडियो
विवाद बढ़ता देख ध्रुव राठी ने यह वीडियो अपने यूट्यूब चैनल से हटा दिया। उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा कि कुछ दर्शकों को यह वीडियो धार्मिक रूप से आपत्तिजनक लगा, इसलिए उन्होंने इसे हटा दिया है। उनका कहना है कि यह वीडियो केवल भारत के हीरोज की कहानियों को एक नए और शिक्षाप्रद फॉर्मेट में दिखाने की कोशिश थी।
उन्होंने आगे लिखा कि वे भविष्य में भी ऐसे वीडियो बनाते रहेंगे, लेकिन धार्मिक भावनाओं का ध्यान रखते हुए।
Dhruv Rathee Sikh Video Controversy वीडियो हटाने से पहले किया था पोल
Dhruv Rathee Sikh Video Controversy वीडियो डिलीट करने से पहले राठी ने अपने दर्शकों से यह पूछा था कि क्या उन्हें यह वीडियो हटाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर धार्मिक कारणों से चेहरे नहीं दिखाए जा सकते और एनिमेशन नहीं जोड़ा जा सकता, तो ऐसे वीडियो केवल बोलचाल तक सीमित रह जाएंगे, जो उतने प्रभावशाली नहीं होंगे।
क्या कहता है यह Dhruv Rathee Sikh Video Controversy?
Dhruv Rathee Sikh Video Controversy घटना ने यह बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या AI का इस्तेमाल धार्मिक और ऐतिहासिक विषयों पर करना उचित है। कई जानकार मानते हैं कि AI के जरिए इतिहास को दिखाना एक अच्छा तरीका हो सकता है, लेकिन इसमें बहुत सावधानी की जरूरत है, खासकर जब बात धार्मिक आस्था से जुड़ी हो।
ध्रुव राठी का यह वीडियो उनके मकसद से हटकर एक विवाद बन गया है। सिख समुदाय ने इसे धर्म का अपमान बताया है और अब कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहा है। यह मामला एक उदाहरण है कि डिजिटल युग में रचनात्मकता और आस्था के बीच संतुलन बनाना कितना जरूरी है।
Aarambh News इस मामले पर नजर बनाए हुए है। आगे जैसे ही कोई नई जानकारी सामने आएगी, हम आपको जरूर अपडेट देंगे।
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