
कानपुर में चल रहे DM vs CMO controversy में अंततः मुख्य चिकित्साधिकारी पर गाज गिर गई
कानपुर में चल रहे DM vs CMO controversy में अंततः मुख्य चिकित्साधिकारी पर गाज गिर गई। सीएमओ डॉक्टर हरिदत्त नेमी को शासन स्तर से निलंबित कर दिया गया है। उनकी जगह श्रावस्ती के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी उदयनाथ को कानपुर का नया सीएमओ घोषित कर दिया गया है। डॉक्टर हरिदत्त नेमी को कानपुर से न हटाने की पहल विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाराणा से लेकर भाजपा की कई बड़े विधायकों ने की फिर भी उन्होंने लंबित कर दिया गया है।
ऑडियो वायरल होने पर शुरू हुआ था DM vs CMO controversy
DM vs CMO controversy एक ऑडियो के वायरल होने के बाद शुरू हुआ था। इस वायरल ऑडियो में सुना जा सकता है कि एक व्यक्ति कथित तौर पर डीएम पर टिप्पणी कर रहा है। वह कहता है कि “75 जिलों में ऐसा कोई डीएम नहीं देखा जो इस तरह से बात करता हो। जबकि दूसरे ऑडियो में वही व्यक्ति कुछ लोगों से पैसे की व्यवस्था को लेकर बात करता है। वह कहता है कि “हर महीने की आमदनी निकालनी है कोई तरीका बताओ।” सीएमओ ने इन ऑडियो में अपनी आवाज होने से साफ मना कर दिया है। उनका कहना है कि उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है और इस तरह की तकनीक से किसी को भी फसाया जा सकता है।
DM ने मीटिंग से बाहर निकाला था
दरअसल, कानपुर के चीफ मेडिकल अफसर हरिदत्त नेमी ने ऑफिस जाना छोड़ दिया। उन्होंने अपनी कुर्सी पर भगवा तौलिया लगा दिया। सीएम योगी जहां भी जाते है उनकी कुर्सी पर भगवा तोलिया लगा रहता है। ऐसा माना जा रहा है कि अपनी कुर्सी बचाने के लिए सीएमओ ने ऐसा किया। बीते कुछ दिनों से कानपुर के डीएम से उनकी बन नहीं रही थी। बता दे कि डीएम ने उन्हें एक मीटिंग से जलील करके भगा दिया था। डीएम और सीएमओ ने एक दूसरे पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं जब मामला बढ़ा तो भाजपा दो खेमो में बट गई। एक गुट सीएमओ के साथ है और दूसरा गुट डीएम का साथ दे रही है।
सीएमओ ने खुद को निर्दोष बताया
बीते शनिवार को नवीन सभागार में आयोजित एक महत्वपूर्ण मीटिंग में डीएम ने जब डॉक्टर हरिदत्त नेमी से ऑडियो क्लिप के बारे में पूछा तो उन्होंने खुद को निर्दोष बताया और कहा कि यह आवाज उनकी नहीं है। आगे उन्होंने कहा कि यह ऑडियो जरूर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का इस्तेमाल करके बनाई गई है। जिससे उन्हें बदनाम किया जा सके। इसके बाद डीएम ने सीएमओ से कहा कि अगर वह निर्दोष है, तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाये। लेकिन जब संतोषजनक उत्तर नहीं मिला तो जिलाधिकारी ने उन्हें बैठक से निकाल दिया।
सीएमओ को किया गया निलंबित
अब इस DM vs CMO controversy में अंत में मुख्य चिकित्साधिकारी हरिदत्त नेमी को निलंबित कर दिया गया है। उनका पद अब श्रावस्ती के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी उदयनाथ को सौंपा गया है।
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