दिसंबर 2024 में, अमेरिका ने महंगाई में एक नई बढ़ोतरी देखी। इस दौरान ऊर्जा और खाद्य कीमतों में उल्लेखनीय इजाफा हुआ, जिसने महंगाई दर को 2.9% तक पहुंचा दिया। श्रम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, यह दर नवंबर की तुलना में अधिक थी, जब यह 2.7% थी। ऊर्जा क्षेत्र का योगदान महंगाई में सबसे अधिक रहा, जो कुल वृद्धि का 40% से भी अधिक है।
ऊर्जा कीमतों में बढ़ोतरी की वजहें
दिसंबर के महीने में, ऊर्जा की बढ़ती मांग और आपूर्ति श्रृंखला में समस्याओं के चलते पेट्रोल, प्राकृतिक गैस और बिजली की कीमतों में वृद्धि हुई। पेट्रोल की कीमत में नवंबर से 4.4% की मासिक बढ़ोतरी देखी गई। इस वृद्धि का कारण वैश्विक ऊर्जा बाजार में अस्थिरता और कच्चे तेल की आपूर्ति में बाधा बताया गया।
सर्दियों के मौसम में ऊर्जा की खपत बढ़ने से घरेलू बिजली और हीटिंग के खर्चों में भी इजाफा हुआ। विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक ऊर्जा आपूर्ति में सुधार नहीं होता, तब तक कीमतों में गिरावट की संभावना कम है।
खाद्य वस्तुओं की कीमतें क्यों बढ़ीं?
खाद्य वस्तुओं की कीमतें भी महंगाई में योगदान देने वाले मुख्य कारकों में से एक थीं। किराने की वस्तुओं, जैसे कि अंडे, दूध और ब्रेड, की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हुई। बर्ड फ्लू की वजह से चिकन और अंडों की आपूर्ति प्रभावित हुई, जिससे अंडों की कीमत में 36% तक का उछाल आया।
किराने की अन्य वस्तुओं में 0.3% की मासिक वृद्धि दर्ज की गई। इसके साथ ही, ताजे फल और सब्जियों की कीमतों में भी हल्की बढ़ोतरी हुई। खाद्य विशेषज्ञों का मानना है कि बर्ड फ्लू और अन्य आपूर्ति बाधाएं लंबे समय तक खाद्य कीमतों को ऊंचा बनाए रख सकती हैं।
कोर महंगाई के स्थिर रहने के संकेत
कोर महंगाई, जिसमें खाद्य और ऊर्जा की कीमतें शामिल नहीं होतीं, दिसंबर 2024 में स्थिर रही। सालाना आधार पर इसमें 3.2% की वृद्धि हुई, जबकि मासिक आधार पर यह केवल 0.2% बढ़ी। कोर महंगाई के स्थिर रहने का मतलब यह है कि उपभोक्ता वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें नियंत्रित स्तर पर बनी हुई हैं।
यह स्थिरता बताती है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था महंगाई के दबाव को प्रभावी तरीके से संभाल रही है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि कोर महंगाई में कोई भी बड़ा बदलाव फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति को प्रभावित कर सकता है।
महंगाई का उपभोक्ताओं पर प्रभाव
महंगाई की इस बढ़त का सीधा असर उपभोक्ताओं की दैनिक जीवनशैली पर पड़ा है। ऊर्जा और खाद्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी ने औसत अमेरिकी परिवारों के मासिक खर्च को बढ़ा दिया है।
उदाहरण के लिए, एक औसत अमेरिकी परिवार के घरेलू ऊर्जा खर्च में 12% की बढ़ोतरी हुई, जबकि किराने के सामान का मासिक बजट 5% तक बढ़ गया। इन परिस्थितियों में, निम्न और मध्यम आय वाले परिवारों पर महंगाई का असर सबसे ज्यादा देखा गया।
फेडरल रिजर्व की नीति और महंगाई नियंत्रण
फेडरल रिजर्व महंगाई दर को 2% पर बनाए रखने के लक्ष्य पर काम कर रहा है। हालांकि, मौजूदा हालात इसे और मुश्किल बना रहे हैं। वर्तमान में ब्याज दर 4.3% के आसपास है, और जनवरी 2025 में फेडरल रिजर्व की बैठक में इसे यथावत रखने की संभावना जताई जा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि महंगाई में गिरावट के ठोस संकेत मिलते हैं, तो फेडरल रिजर्व अपनी मौद्रिक नीति में नरमी ला सकता है। लेकिन अभी के हालात बताते हैं कि महंगाई नियंत्रण के लिए कड़ी नीति बनाए रखना आवश्यक होगा।
बाजार की प्रतिक्रिया और निवेशकों का दृष्टिकोण
महंगाई के इन आंकड़ों के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में हलचल देखी गई। डॉव जोन्स और एसएंडपी 500 में बढ़ोतरी हुई, जबकि बॉन्ड यील्ड में गिरावट दर्ज की गई। निवेशकों ने कोर महंगाई के स्थिर रहने को सकारात्मक संकेत के रूप में देखा।
Principal Asset Management की मुख्य रणनीतिकार सीमा शाह के अनुसार, “इन आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था दूसरी महंगाई लहर की चपेट में नहीं है। यह फेडरल रिजर्व और बाजार दोनों के लिए राहत देने वाला संकेत है।”
ट्रम्प प्रशासन की नीतियों का प्रभाव
डोनाल्ड ट्रम्प के नेतृत्व में अमेरिका ने ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने और आयात शुल्क लागू करने जैसी नीतियों को प्राथमिकता दी है। ट्रम्प प्रशासन का मानना है कि इन कदमों से महंगाई पर नियंत्रण पाया जा सकेगा।
हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इन नीतियों के नकारात्मक प्रभाव भी हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, आयात शुल्क बढ़ने से विदेशी उत्पाद महंगे हो सकते हैं, जिससे उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतों में और इजाफा हो सकता है।
भविष्य के लिए क्या उम्मीद करें?
महंगाई के मौजूदा आंकड़े बताते हैं कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था एक संतुलन की ओर बढ़ रही है। हालांकि, खाद्य और ऊर्जा कीमतें अभी भी चुनौती बनी हुई हैं। आने वाले महीनों में फेडरल रिजर्व की नीतियां और सरकार की योजनाएं महंगाई के स्तर को तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी।
विशेषज्ञों का सुझाव है कि उपभोक्ताओं और निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और बाजार की परिस्थितियों पर नजर रखनी चाहिए।
FAQs
अमेरिका में महंगाई क्यों बढ़ रही है?
महंगाई बढ़ने का मुख्य कारण ऊर्जा और खाद्य कीमतों में वृद्धि है, जो आपूर्ति बाधाओं और बढ़ती मांग के कारण हुई है।
क्या कोर महंगाई स्थिर है?
हां, कोर महंगाई दिसंबर 2024 में स्थिर रही। इसमें सालाना वृद्धि 3.2% और मासिक वृद्धि 0.2% दर्ज की गई।
महंगाई का उपभोक्ताओं पर क्या असर हुआ है?
महंगाई के चलते ऊर्जा और खाद्य कीमतें बढ़ने से परिवारों के मासिक खर्च में बढ़ोतरी हुई है।
फेडरल रिजर्व की भूमिका क्या है?
फेडरल रिजर्व महंगाई को 2% पर बनाए रखने के लिए कड़ी मौद्रिक नीतियों पर काम कर रहा है।
क्या ट्रम्प प्रशासन की नीतियां महंगाई को नियंत्रित करेंगी?
ट्रम्प प्रशासन की नीतियों का उद्देश्य महंगाई को नियंत्रित करना है, लेकिन कुछ कदम कीमतों में और इजाफा कर सकते हैं।
ऊर्जा कीमतों में गिरावट कब तक संभव है?
ऊर्जा कीमतें आपूर्ति श्रृंखला में सुधार और वैश्विक बाजार में स्थिरता के बाद ही गिर सकती हैं।