Yemen Attack: शनिवार को ईरान समर्थित Houthis आतंकवादियों ने इजरायल के बेन गुरियन हवाई अड्डे पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया। जिसके जवाब में इजराइल ने यमन पर हवाई हमले किये।
बैलिस्टिक मिसाइल हमला इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की न्यूयॉर्क से वापसी के दौरान किया गया। मिसाइल हमले को इजरायल की उन्नत वायु रक्षा प्रणाली ने देश की सीमा में प्रवेश करने से पहले ही नष्ट कर दिया, जिससे एक बड़ी तबाही टल गई।
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ToggleMiddle East Crisis में Houthis की भूमिका
इजरायल ने इस हमले के जवाब में यमन के Houthis गढ़ होदेदा पर हवाई हमले किए। Yemen Attack में दो बिजली संयंत्रों और कुछ बंदरगाहों को निशाना बनाया गया, जिसमें कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और 33 घायल हो गए। यमन अब इजरायल और ईरान समर्थित संगठनों के बीच बढ़ते संघर्ष का एक और मोर्चा बन गया है।
लेबनान और यमन में इजरायली सैन्य अभियान
इजरायल ने हिज़बुल्लाह के खिलाफ अपने सैन्य अभियान को तेज कर दिया है, जो गाजा युद्ध के शुरू होने के बाद से चल रहा है। पिछले कुछ दिनों में इजरायली हवाई हमलों में हिज़बुल्लाह के शीर्ष कमांडरों की हत्या हुई है। सबसे महत्वपूर्ण घटना शुक्रवार को हुई, जब इजरायल ने हिज़बुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह को मार गिराया। नसरल्लाह की हत्या हिज़बुल्लाह के लिए एक बड़ी क्षति है, क्योंकि वह लेबनान और मध्य पूर्व में ईरान समर्थक ताकतों के लिए एक प्रमुख नेता थे।
हिज़बुल्लाह की प्रतिक्रिया और क्षेत्रीय तनाव
हिज़बुल्लाह ने इजरायल के खिलाफ संघर्ष जारी रखने की प्रतिज्ञा की है, और इसके लड़ाके इजरायली क्षेत्रों में रॉकेट फायर कर रहे हैं।
लेबनान में स्थिति बेहद गंभीर होती जा रही है, जहां लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं और हजारों की जान जा चुकी है। हाल ही में इजरायली हवाई हमलों में 105 लोगों की मौत हो गई, जिसमें कई चिकित्सा कर्मचारी भी शामिल हैं।
क्षेत्रीय प्रतिक्रिया और अंतरराष्ट्रीय चिंताएं
इस संघर्ष से एक व्यापक क्षेत्रीय युद्ध का खतरा बढ़ रहा है, जिसमें अमेरिका और ईरान दोनों सक्रिय रूप से शामिल हो सकते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने संघर्ष को समाप्त करने की अपील की है और राजनयिक समाधान पर जोर दिया है, जबकि अमेरिका ने अपनी सैन्य उपस्थिति को भी बढ़ा दिया है।
ईरान ने नसरल्लाह की हत्या पर संयमित प्रतिक्रिया दी है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने नसरल्लाह के निधन पर शोक व्यक्त किया, लेकिन तत्काल प्रतिशोध की कोई घोषणा नहीं की। इसके बजाय, ईरान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से इस मामले पर विचार करने का आग्रह किया है।
Yemen Attack का रणनीतिक महत्व
हालांकि यमन इजरायल से काफी दूर है, लेकिन यह संघर्ष में एक महत्वपूर्ण मोर्चा बन चुका है। Houthis, हिज़बुल्लाह और हमास की तरह, ईरान की क्षेत्रीय रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। Yemen Attack से इजरायल यह स्पष्ट संदेश दे रहा है कि वह ईरान समर्थित किसी भी संगठन के हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा, चाहे वह कितनी भी दूर स्थित हो।
इजरायल के सैन्य प्रमुख हलेवी ने कहा, “हमारे लिए कोई स्थान बहुत दूर नहीं है।”
मानवीय संकट
इस बढ़ते Middle East Crisis के बीच, मानवीय संकट भी गहराता जा रहा है। लेबनान में लाखों लोग बेघर हो गए हैं, और World Food Programme ने प्रभावित लोगों के लिए आपातकालीन खाद्य सहायता अभियान शुरू किया है।
यमन में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है, जहां Houthis पर किए गए हमले ने देश की पहले से ही खराब मानवीय स्थिति को और खराब कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र ने यमन को भुखमरी के कगार पर बताया है, और इस संघर्ष ने राहत संगठनों के काम को भी बाधित कर दिया है।
गाजा से लेकर लेबनान और अब यमन तक फैले इस Middle East Crisis के समाप्त होने की संभावना फिलहाल दूर दिख रही है। इजरायल और उसके विरोधियों ने संघर्ष जारी रखने की प्रतिज्ञा की है, जिससे क्षेत्रीय युद्ध का खतरा और बढ़ गया है। फिलहाल, Middle East Crisis चरम पर है और हिंसा के समाप्त होने के कोई स्पष्ट संकेत नहीं हैं।
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