
'फालतू है कुंभ': लालू यादव के बयान से बवाल, शंकराचार्य बोले- 'भगवान ऐसे लोगों को सद्बुद्धि दें'
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख और पूर्व रेल मंत्री लालू यादव ने एक बार फिर विवादित बयान देकर राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ के संदर्भ में जब उनसे महाकुंभ मेला 2025 में भीड़ प्रबंधन को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “कुंभ का कहां कोई मतलब है। फालतू है कुंभ।” लालू यादव के इस बयान के बाद धार्मिक संगठनों और राजनीतिक पार्टियों ने उनकी कड़ी आलोचना की है।
#WATCH | Stampede at New Delhi Railway Station | Patna, Bihar: Former Union Railway Minister and RJD Chief Lalu Prasad Yadav says, “The incident is very unfortunate and I offer my condolences to the victims. This is a mismanagement by the Railway that led to the loss of so many… pic.twitter.com/83icLBvtSm
— ANI (@ANI) February 16, 2025
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ और लालू यादव का बयान
लालू यादव का यह बयान ऐसे समय में आया है जब नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ (stampede) में 18 लोगों की मौत हो गई थी। शनिवार रात हुए इस हादसे में कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए। यह भगदड़ उस समय मची जब प्रयागराज एक्सप्रेस में सवार होने के लिए हजारों यात्री स्टेशन पर एकत्रित हो गए।
हादसे के बाद लालू यादव ने कहा, “रेलवे की लापरवाही के कारण यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है। इसकी पूरी जिम्मेदारी रेल मंत्री को लेनी चाहिए।” उन्होंने रेलवे के प्रबंधन को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि यदि भीड़ नियंत्रण के लिए बेहतर इंतजाम किए गए होते, तो यह त्रासदी नहीं होती।
शंकराचार्य का पलटवार: ‘भगवान सद्बुद्धि दें’
लालू यादव के इस बयान पर गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य स्वामी श्री अधोक्षजानंद ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, “भगवान ऐसे लोगों को सद्बुद्धि दें। कुंभ मेला भारतीय संस्कृति और धर्म का प्रतीक है। इससे करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। ऐसे पवित्र आयोजन को ‘फालतू’ कहना दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है।”
शंकराचार्य ने यह भी सवाल उठाया कि क्या दुनिया में कोई और सरकार इतनी बड़ी संख्या में लोगों के लिए सफल आयोजन कर पाई है? उन्होंने लालू यादव के बयान को सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति पर हमला करार दिया।
#WATCH | Prayagraj, UP | On Former Union Railway Minister and RJD Chief Lalu Prasad Yadav’s statement, Shankaracharya of Govardhan Peeth, Swami Shri Adhokshajanand, says, “… I pity the politicians who have such a negative outlook and give disparaging statements. I pray that God… pic.twitter.com/9EBW2BehTy
— ANI (@ANI) February 16, 2025
BJP ने भी साधा निशाना
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने भी लालू यादव पर हमला बोलते हुए कहा, “हर किसी की अपनी सोच होती है, लेकिन कई लोग कह रहे हैं कि राजनीति में अब लालू यादव ही फालतू हो गए हैं।”
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा, “लालू यादव हमेशा से सनातन संस्कृति पर हमला करते रहे हैं। उनका रवैया और मानसिकता हिंदू धर्म और धार्मिक आयोजनों के प्रति असहिष्णुता को दर्शाता है। वोट बैंक की राजनीति के लिए ऐसे लोग अपने ही मूल्यों को छोड़ चुके हैं।”
JDU ने भी जताई नाराजगी
जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद संजय कुमार झा ने भी लालू यादव के बयान की आलोचना करते हुए कहा, “यह अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। कुंभ मेला करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है। इस पर इस तरह का बयान देना अनुचित है।”
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़: कैसे हुई यह त्रासदी?
शनिवार रात करीब 10 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हजारों यात्री प्रयागराज एक्सप्रेस में सवार होने के लिए पहुंचे थे। डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP) रेलवे, केपीएस मल्होत्रा के अनुसार, भगदड़ तब मची जब स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी के देरी से चलने के कारण प्लेटफॉर्म 12, 13 और 14 पर भीड़ जमा हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रेन के प्लेटफॉर्म बदलने की अचानक घोषणा के बाद दोनों ओर से भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।
रेलवे प्रशासन पर सवाल
लालू यादव ने रेलवे की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि भीड़ नियंत्रण और यात्री सुरक्षा की व्यवस्था में गंभीर चूक हुई है। उन्होंने कहा कि रेलवे मंत्री को इस घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
महाकुंभ में पहले भी हो चुकी हैं त्रासदियां
यह पहली बार नहीं है जब महाकुंभ मेला में भगदड़ जैसी घटना हुई हो। इससे पहले जनवरी 2025 में प्रयागराज के संगम क्षेत्र में मौनी अमावस्या के अवसर पर भगदड़ मच गई थी, जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई थी और 60 से अधिक लोग घायल हुए थे।
लालू यादव के बयान पर बढ़ सकता है विवाद
धार्मिक संगठनों और राजनीतिक दलों के कड़े विरोध के बीच लालू यादव का यह बयान आगामी चुनावों में राजनीतिक मुद्दा बन सकता है। BJP और JDU ने इसे हिंदू धर्म और सनातन संस्कृति पर हमला बताते हुए लालू यादव से माफी की मांग की है।
सरकार ने की मुआवजे की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस त्रासदी पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवार को ₹10 लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की है। इसके अलावा, गंभीर रूप से घायल लोगों को ₹5 लाख और सामान्य रूप से घायल लोगों को ₹2 लाख की सहायता दी जाएगी।
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