
महाकुंभ के दौरान संगम नगरी का AQI ग्रीन जोन में रहा।
Mahakumbh 2025 AQI: महाकुंभ मेला अब समापन की ओर बढ़ चुका है। 26 फरवरी को महाकुंभ मेले का समापन हो जाएगा। इस दौरान 62 करोड़ लोगों ने अब तक संगम में आस्था की डुबकी लगाई है। श्रद्धालुओं के हजारों की संख्या में चार पहिया वाहन भी महाकुंभ क्षेत्र में अपने मौजूदगी दर्ज कर चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद भी संगम नगरी की हवा प्रदूषित नहीं हुई। केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड की तरफ से जारी किए गए AQI यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स से यह बात सामने आई है कि महाकुंभ के दौरान संगम नगरी का AQI ग्रीन जोन में रहा।
Mahakumbh 2025 AQI: संगम नगरी में वायु प्रदूषण नियंत्रण का नया रिकॉर्ड
भारत की लगभग 60% से अधिक आबादी प्रयागराज संगम में महाकुंभ के दौरान पवित्र डुबकी लगा चुकी है। लाखों चार पहिया वाहन भी यहां उपस्थित रहे। इसके बावजूद भी महाकुंभ क्षेत्र की हवा सेहत के लिए खराब नहीं हुई। केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड की तरफ से जारी किए गए डाटा के अनुसार यह बात पता चली है। केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के पर्यावरण कंसल्टेट इंजीनियर शाहिद शिराज ने यह बात सामने रखी कि महाकुंभ के दौरान वायु की गुणवत्ता के मामले में महाकुंभ क्षेत्र ग्रीन जोन में रहा। उनके अनुसार 13 जनवरी पौष पूर्णिमा को महाकुंभ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 67 था।
Mahakumbh 2025 AQI: महाकुंभ के दौरान ग्रीन जोन में रही संगम नगरी
इसी तरह 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन 67, 29 जनवरी यानी मौनी अमावस्या के दिन 106 , 3 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन 65 , और 12 फरवरी माघी पूर्णिमा के दिन 52 AQI रहा। आपको बता दे कि एयर क्वालिटी इंडेक्स अगर 100 के अंदर हो तो अच्छा माना जाता है। और 100 से 150 के बीच हो तो मॉडरेट। इस तरह महाकुंभ में केवल मौनी अमावस्या की हवा की गुणवत्ता थोड़ी सी मॉडरेट रही। इसके अतिरिक्त सभी दिनों हवा की गुणवत्ता को बेहद अच्छी रही। महाकुंभ के दौरान 42 दिन पूरा क्षेत्र ग्रीन जोन में रहा है।
Mahakumbh 2025 AQI: चंडीगढ़ से भी अच्छी रही महाकुंभ की हवा
प्रयागराज महाकुंभ में देश के ही नहीं बल्कि विश्व के अलग-अलग कोने से लोग संगम में स्नान करने आए थे। जिस दौरान व्हीकल का भी रेल लगा हुआ था। आलम यह था कि ट्रैफिक की लंबी लाइनों के कारण लोगों को शहर से बाहर भेजा जा रहा था। इसके बावजूद भी लगातार महाकुंभ की हवा की गुणवत्ता बहुत अच्छी रही। पौष पूर्णिमा के दिन यानी 13 जनवरी को चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 253 था जबकि मकर संक्रांति के दिन 264 और 29 जनवरी यानी मॉर्निंग अमावस्या के दिन 234 था। इस दौरान महाकुंभ की एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद अच्छी रही और चंडीगढ़ से भी अच्छी अबो हवा महाकुंभ की रही।
Mahakumbh 2025 AQI: इन तीन कारणों से हुआ वायु प्रदूषण नियंत्रित
महाकुंभ के दौरान वायु प्रदूषण में इस नियंत्रण के मुख्य कारण नगर निगम प्रयागराज की नियमित मॉनिटरिंग और इस बार की गई कई पहल रही है। नगर निगम प्रयागराज के अवर अभियंता राम सक्सेना बताते हैं कि वायु प्रदूषण की समस्या से बचने के लिए नगर निगम के द्वारा 9600 कर्मियों को काम पर लगाया गया था। इसके अतिरिक्त 800 से अधिक स्वच्छता कर्मी भी पूरे समय सक्रिय रहे। जिन क्षेत्रों में वायु प्रदूषण की संभावना बढ़ रही थी वहां वाटर स्प्रिंकल से लगातार पानी का छिड़काव किया जा रहा था रात के समय भी सड़कों की धुलाई की जा रही थी।
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