
6 ग्रहों की परेड 2025
25 जनवरी 2025 को सौर मंडल में एक दुर्लभ खगोलीय घटना देखने को मिलेगी। इस दिन सूर्य, बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि—ये छह ग्रह एक सीध में नजर आएंगे। इस घटना को ग्रहों की परेड या प्लेनेटरी अलाइंमेंट कहा जाता है। यह न केवल खगोल विज्ञान के लिए बल्कि आम लोगों के लिए भी रोमांचकारी है।
आइए जानते हैं कि यह घटना क्या है, क्यों होती है, और इसे देखने का सबसे अच्छा तरीका क्या है।
ग्रहों की परेड क्या है?
ग्रहों की परेड यानी प्लेनेटरी अलाइंमेंट तब होती है जब हमारे सौर मंडल के ग्रह अपने कक्षीय पथ पर चलते हुए एक रेखा में आ जाते हैं। यह घटना उनकी कक्षाओं और गुरुत्वाकर्षण बल के कारण होती है।
इस बार 25 जनवरी 2025 को सूर्य, बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि एक अद्भुत संरेखण में नजर आएंगे। यह घटना दुर्लभ है और इसे नंगी आंखों से भी देखा जा सकता है।
यह घटना क्यों होती है?
ग्रह अपने-अपने कक्षीय पथ पर सूर्य के चारों ओर घूमते हैं। हर ग्रह की गति और कक्षा अलग-अलग होती है। जब ग्रह एक विशेष कोण पर आकर एक रेखा में संरेखित हो जाते हैं, तो इसे ग्रहों की परेड कहते हैं।
कब और कहां दिखेगी यह परेड?
- तारीख: 25 जनवरी 2025
- समय: सूर्यास्त के तुरंत बाद।
- दिशा: पश्चिम और उत्तर-पश्चिम।
यह घटना पूरे भारत और दुनिया के अन्य हिस्सों में खुले और साफ आसमान के नीचे देखी जा सकती है। बेहतर अनुभव के लिए टेलीस्कोप या बाइनोक्युलर का उपयोग करें।
इस घटना का वैज्ञानिक महत्व
यह घटना खगोल विज्ञान के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
- सौर मंडल का अध्ययन: ग्रहों के इस संरेखण से वैज्ञानिक ग्रहों की गति और सौर मंडल की संरचना को समझ सकते हैं।
- गुरुत्वाकर्षण का प्रभाव: इतने ग्रहों के संरेखण से उनका गुरुत्वाकर्षण बल पृथ्वी और अन्य खगोलीय पिंडों पर असर डाल सकता है।
- नए शोध: यह घटना वैज्ञानिकों के लिए सौर मंडल की गहराई से अध्ययन का मौका देती है।
ज्योतिषीय दृष्टिकोण से प्रभाव
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का संरेखण बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस बार 6 ग्रहों के एक रेखा में आने से सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा।
इन राशियों पर पड़ेगा बुरा असर
- कुंभ राशि:
- मानसिक तनाव और चोट का खतरा।
- बड़े फैसले लेने से बचने की सलाह।
- मीन राशि:
- स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें।
- पारिवारिक विवाद और आर्थिक परेशानियां।
क्या करें उपाय?
- विवादों से बचें और शांति बनाए रखें।
- वाहन सावधानी से चलाएं।
- काले कपड़े में उड़द की दाल बांधकर गरीबों को दान करें।
- मिट्टी के घड़े में अनाज भरकर जरूरतमंदों को दें।
- ध्यान करें और सकारात्मक सोच बनाए रखें।
यह घटना क्यों है खास?
यह घटना न केवल खगोल विज्ञान के लिए बल्कि आम लोगों के लिए भी ब्रह्मांड की खूबसूरती को करीब से समझने का मौका देती है। यह दुर्लभ नजारा हर उम्र के लोगों के लिए खास अनुभव साबित होगा।
सावधानियां और सुझाव
- खुले और प्रदूषण रहित स्थान पर जाएं।
- टेलीस्कोप का उपयोग करें।
- बच्चों को इस घटना के महत्व के बारे में बताएं।
25 जनवरी 2025 की यह खगोलीय घटना आपके जीवन का एक अविस्मरणीय अनुभव हो सकती है। इसे अपने परिवार और दोस्तों के साथ जरूर देखें।
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