बिहार की राजधानी पटना में BPSC 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर रविवार को पुलिस ने लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। ठंड के बावजूद हजारों की संख्या में छात्र अपनी मांगों को लेकर गांधी मैदान से सीएम आवास तक मार्च कर रहे थे। प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां हुई हैं और इसे रद्द कर नए सिरे से आयोजित किया जाए।
Table of Contents
Toggleछात्रों का कहना है कि 13 दिसंबर 2024 को आयोजित BPSC परीक्षा में पारदर्शिता की कमी थी। पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर हुई गड़बड़ी के कारण इस केंद्र की परीक्षा को रद्द कर दिया गया है और इसे 4 जनवरी 2025 को फिर से आयोजित करने की घोषणा हुई है। हालांकि, प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि केवल एक केंद्र की परीक्षा रद्द करना पर्याप्त नहीं है।
उनकी मांग है कि:
प्रदर्शनकारी छात्रों ने गांधी मैदान में छात्र संसद का आयोजन किया और फिर मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च शुरू किया। जैसे ही प्रदर्शनकारी जेपी गोलंबर पहुंचे, पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। स्थिति तनावपूर्ण हो गई और पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
लाठीचार्ज के दौरान:
प्रदर्शनकारी छात्रों को जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर का भी समर्थन मिला। प्रशांत किशोर प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और छात्रों से बातचीत की। हालांकि, पुलिस के लाठीचार्ज से पहले ही वह वहां से निकल गए।
प्रदर्शन के बाद सरकार ने छात्रों से बातचीत का प्रस्ताव दिया।
छात्रों का आरोप है कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा प्रक्रिया में बार-बार अनियमितताएं सामने आ रही हैं, जिससे लाखों अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में लटक रहा है।
यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो छात्र और बड़े स्तर पर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। वामपंथी संगठनों ने भी उनके समर्थन में रेल और सड़क यातायात ठप करने की चेतावनी दी है।
छात्रों का यह प्रदर्शन सिर्फ परीक्षा रद्द करने की मांग तक सीमित नहीं है। यह शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और सुधार की एक बड़ी मांग का हिस्सा है। अब यह देखना होगा कि सरकार और आयोग इस मामले को किस तरह हल करते हैं।
3 thoughts on “BPSC 70वीं परीक्षा को लेकर छात्रों का प्रदर्शन, परीक्षा रद्द करने की मांग”