
Digital Arrest Scam: 31 दिन तक कैद, न घर से बाहर, न किसी से बात – आगरा की युवती की सच्ची कहानी
आजकल धोखा सिर्फ सड़कों पर नहीं, स्क्रीन के पीछे भी मिल रहा है। Digital Arrest Scam की एक डरावनी और चौंकाने वाली घटना उत्तर प्रदेश के Agra जिले से सामने आई है, जहाँ एक पढ़ी-लिखी नौकरीपेशा युवती 31 दिन तक अपने ही घर में “कैद” रही — बिना किसी पुलिस केस के, बिना किसी अदालत के आदेश के।
घटना की शुरुआत: एक WhatsApp Call से
24 दिसंबर 2024 को Shahganj, Agra की एक युवती को WhatsApp पर एक international call आई। कॉल पर एक महिला ने खुद को “मेघा” बताया और कहा कि वह एक courier company से बोल रही है। उसने युवती को बताया कि Singapore से उसके नाम पर एक पार्सल रोका गया है।
पार्सल में क्या था?
महिला ने कहा कि उस पार्सल में 5 पासपोर्ट, 3 credit cards, 58 दवाइयों के पैकेट और नकद रुपये पाए गए हैं। युवती हैरान रह गई, क्योंकि उसका इससे कोई लेना-देना नहीं था। लेकिन यहीं से शुरू हुआ एक साइकोलॉजिकल ट्रैप, जिसे कहते हैं — Digital Arrest।
नकली अफसरों की स्कीम
इसके बाद युवती को लगातार Skype Calls आने लगीं। कॉल करने वाले खुद को Mumbai Police, CBI, ED और Narcotics Department के अधिकारी बता रहे थे। हर कॉल में धमकी दी जाती कि अगर उसने सहयोग नहीं किया, तो उसे international drug trafficking में गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
डिजिटल कैद: 31 दिन तक नजरबंदी
- युवती को घर से बाहर जाने की अनुमति नहीं थी
- फोन किसी को करने या कॉल काटने पर पाबंदी थी
- हर मूवमेंट पर निगरानी रखी जा रही थी
- उसे फर्जी दस्तावेज दिखाए गए जिसमें उसका नाम और आधार नंबर शामिल था
यह पूरा online scam इतने पेशेवर तरीके से किया गया कि पीड़िता को सच और झूठ में फर्क करना मुश्किल हो गया।
16.20 लाख रुपये की ठगी
डर के कारण युवती ने चार अलग-अलग बैंक अकाउंट्स में कुल ₹16.20 लाख रुपये जमा कर दिए। पैसे खत्म होने पर साइबर ठगों ने उसके पर्सनल वीडियो रिकॉर्ड किए और धमकी दी कि “5 लाख और दो, नहीं तो ये वीडियो लीक कर देंगे।”
31 दिन बाद टूटी चुप्पी
आखिरकार 23 जनवरी 2025 को जब Skype कॉल कट हुई, तब युवती ने अपने दोस्तों को पूरी आपबीती बताई। इसके बाद मामला Cyber Crime Police Agra तक पहुँचा।
पुलिस की जांच और गिरफ्तारी
5 महीने की लंबी जांच के बाद पुलिस ने सीकर, राजस्थान से Ravindra Prasad Verma को गिरफ्तार किया। यह व्यक्ति e-rickshaw चलाता था लेकिन उसके पास ₹60,000 का iPhone था और अकाउंट में ₹9 लाख रुपये पाए गए।
हालांकि बाकी गिरोह अभी भी फरार है और Hong Kong, Tamil Nadu और Assam की वर्चुअल ID से कॉल कर रहे हैं।
DCP Sonam Kumar की चेतावनी
“कोई भी पुलिस एजेंसी आपको फोन या वीडियो कॉल पर arrest नहीं करती। अगर कोई आपको धमकी दे, तो तुरंत कॉल काटें और Cyber Crime Helpline 1930 पर शिकायत दर्ज करें।”
Digital Arrest Scam: सबक और सवाल
- कैसे एक पढ़ी-लिखी, स्मार्ट लड़की 31 दिन तक इस डिजिटल जाल में फंसी रही?
- क्या भारत में अब डर सिर्फ सड़कों पर नहीं, Skype, WhatsApp और स्क्रीन के पीछे भी है?
क्या करें अगर आप भी ऐसे Online Fraud का शिकार हों?
- कॉल पर किसी को अपने डॉक्युमेंट्स या बैंक डिटेल्स न दें
- अनजान इंटरनेशनल नंबर से कॉल आए तो सतर्क रहें
- कोई भी एजेंसी आपको WhatsApp या Skype पर संपर्क नहीं करती
- कोई संदिग्ध कॉल हो तो तुरंत 1930 या cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें
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