
Social Media Day 2025: युवाओं की आवाज़, रचनात्मकता की उड़ान- डिजिटल दुनिया का उत्सव!
Social Media Day 2025: हर साल दुनिया भर में 30 जून को सोशल मीडिया डे मनाया जाता है। सोशल मीडिया डे मनाने का उद्देश्य यह है की सोशल मीडिया द्वारा हो रहे सकारात्मक प्रभावों को बढ़ावा दिया जाए, क्योंकि सोशल मीडिया परिवार को जोड़ी रखने के लिए और बिजनेस को आगे बढ़ाने के साथ-साथ पढ़ाई के लिए भी काफी फायदेमंद साबित हुआ है। और अब सोशल मीडिया ने सभी के दिल में एक खास जगह बना ली है।
सोशल मीडिया की शुरुआत
सोशल मीडिया की शुरुआत 2010 में मशहूर ’टेक वेबसाइट ’ “मैशेबल “ के द्वारा हुई थी।
2010 एक ऐसा समय था जब सोशल मीडिया सभी लोगों के दिलों में तेजी से जगह बना रहा था, इस समय लोगों के बीच बात करने के तरीके भी बदल रहे थे, इस बात को देखते हुए मैशेबल को लगा कि सोशल मीडिया का कर इतना बढ़ रहा है कि इससे एक खास दिन समर्पित किया जाना चाहिए। बस तभी से 30 जून को हर साल सोशल मीडिया डे मनाया जाने लगा। हा जाता है कि जून के महीने में कई बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने रिकॉर्ड तोड़े थे और नए कीर्तिमान बनाए थे। इसी कारण यह महीना टेक्नोलॉजी और डिजिटल दुनिया के लिए बेहद खास माना गया।
सोशल मीडिया का प्रभाव व खूबियां
सोशल मीडिया मनोरंजन का साधन होने के साथ-साथ एक बहुत बड़ा ग्लोबल प्लेटफॉर्म भी है। सोशल मीडिया लोगों तक अपनी बात पहुंचाने का सबसे आसान और अच्छा जरिया है। सोशल मीडिया के जरिए आप दुनिया के किसी भी कोने में बैठकर विदेश तक अपनी बातें सांझा कर सकते हैं और इतना ही नहीं बल्कि दूर विदेश में बैठे अपने करीबी लोगों व रिश्तेदारों से बात कर सकते हैं।
अपनी कला व टैलेंट दुनिया भर के सामने रखने के लिए सोशल मीडिया काफी मदद करता है। समाज में बदलाव लाने के लिए वह जागरूकता फैलाने तथा एक जूता के लिए सोशल मीडिया काफी सहायक है।
इस दिन की अहमियत इसलिए और भी बढ़ जाती है क्योंकि यह हमें याद दिलाता है कि कैसे सोशल मीडिया विचारों को साझा करने, लोगों से जुड़ने और क्रिएटिविटी को उड़ान देने का जरिया बन चुका है।
सोशल मीडिया डे क्यों खास है?
इस दिन लोग और संगठन सोशल मीडिया पर खास हैशटैग्स जैसे #SocialMediaDay का इस्तेमाल कर अपनी राय और अनुभव साझा करते हैं।
डिजिटल कैंपेन, वेबिनार और इवेंट्स का आयोजन होता है जिनका उद्देश्य लोगों को सोशल मीडिया के सही और रचनात्मक उपयोग के लिए प्रोत्साहित करना होता है।
यह दिन सोशल मीडिया के जरिए सामाजिक बदलाव लाने, जागरूकता फैलाने और एकजुटता का प्रतीक बन चुका है।
सोशल मीडिया का युवाओं पर असर
भारत सहित दुनियाभर में युवा सबसे ज्यादा सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं। इंटरनेशनल जनरल ऑफ होम साइंस में प्रकाशित एक रिपोर्ट बताती है कि भारत में सोशल मीडिया का इस्तेमाल युवाओं के बीच तेजी से बढ़ रहा है।
आज की डिजिटल पीढ़ी सोशल मीडिया को एक ‘न्यू नॉर्मल’ की तरह अपना चुकी है। यह न सिर्फ उनके कम्युनिकेशन का तरीका बदल रहा है, बल्कि उनके सोचने, जानने और सीखने के तरीके पर भी असर डाल रहा है।
हालांकि, सोशल मीडिया का प्रभाव दोनों तरह से होता है – पॉजिटिव और निगेटिव*। एक ओर यह युवाओं को जागरूक, आत्मविश्वासी और जानकारी से भरपूर बना रहा है, तो दूसरी ओर यह मानसिक तनाव, गलत सूचनाओं और स्क्रीन एडिक्शन जैसी समस्याओं को भी जन्म दे रहा है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की खासियतें
हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की अपनी अलग पहचान और मकसद होता है:
- फेसबुक, लिंक्डइन जैसे नेटवर्क लोगों को पर्सनल और प्रोफेशनल रूप से जोड़ते हैं।
- एक्स (पहले ट्विटर), थ्रेड्स जैसे माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म्स तेजी से सूचना फैलाने के लिए कारगर हैं।
- इंस्टाग्राम, यूट्यूब, स्नैपचैट जैसे मीडिया शेयरिंग नेटवर्क क्रिएटिव कंटेंट, फोटो और वीडियो शेयर करने में मदद करते हैं।
रचनात्मकता को नया मंच
सोशल मीडिया एक ऐसा माध्यम बन गया है जहां हर इंसान अपनी रचनात्मकता, विचार और अनुभव को शेयर कर सकता है। लेखक, कलाकार, पत्रकार, बिजनेस करने वाले और यहां तक कि आम लोग भी आज सोशल मीडिया की मदद से अपनी पहचान बना रहे हैं।
सोशल मीडिया डे सिर्फ एक तारीख नहीं है, बल्कि यह उस डिजिटल क्रांति का जश्न है जिसने हमारी सोच, बोलने के तरीके और पूरी दुनिया से जुड़ने की ताकत को नया रूप दिया है।
इस दिन हमें यह सोचना चाहिए कि हम सोशल मीडिया का इस्तेमाल जिम्मेदारी और समझदारी से करें। इसे सिर्फ टाइमपास या अफवाह फैलाने का जरिया न बनाएं, बल्कि इसका इस्तेमाल ज्ञान, रचनात्मकता और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए करें।
तो इस सोशल मीडिया डे 2025 पर, चलिए हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि हम सोशल मीडिया का इस्तेमाल जुड़ने, समझने और कुछ नया करने के लिए करेंगे।
यह भी पढ़े