
Ashadh Month 2025: शुभ या अशुभ? जानें शुरूआत समय और प्रमुख व्रत!
Ashadh Month 2025: जल्द ही ज्येष्ठ माह का समापन होने वाला है और आषाढ़ मास की शुरुआत होने वाली है। आषाढ़ मास को लेकर लोगों की अलग-अलग धारणाएं हैं, कुछ लोग इस शुभ मानते हैं तो कुछ लोग इसे अशुभ मानते हैं।
क्या आपको पता है कि आज शाम माह की शुरुआत कब से होने वाली है और इस महीने में कौन-कौन से व्रत रखे जाएंगे? आईए जानते हैं।
आषाढ़ माह 2025
सनातन धर्म में आषाढ़ माह की शुरूआत जल्द ही होने वाली है,
आषाढ़ माह विशेष रूप से भगवान विष्णु और सूर्य देव को समर्पित है। आषाढ़ माह के दौरान दान पुण्य का विशेष महत्व है।
आषाढ़ माह 2025 की शुरुआत 11 जून दोपहर 1:13 से होगी।सनातन धर्म में उदय तिथि की काफी मानता है, उदया तिथि के अनुसार आषाढ़ माह का आरंभ 12 जून 2025 से होगा।
आषाढ़ माह शुभ होता है या अशुभ?
सनातन धर्म में आषाढ़ महीने को लेकर लोगों की दो सोच है। कुछ लोग आषाढ़ मास को अशुभ मानते हैं, तो वही कुछ लोगों का मानना है कि यह महीना शुभ होता है। कुछ लोगों का मानना है कि आषाढ़ मास में भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं इसीलिए किसी भी तरीके के शुभ कार्य की शुरुआत इस महीने में नहीं की जाती। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि इस महीने में तीर्थ यात्रा करना शुभ माना जाता है और इस महीने में दान पुण्य की विशेष महत्वता है।
शुभ कार्य वर्जित
मान्यता है कि आषाढ़ मास में भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं, इसीलिए लोग कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, जनेऊ संस्कार आदि करना अशुभ माना जाता है।
मान्यता है कि यह संधिकाल का महीना होता है, जब बरखा रितु की शुरुआत होती है, ऐसे में अन्य प्रकार की बीमारियां उत्पन्न होने लगती है।
शुभ कार्य
- आसान मास का महीना तीर्थ यात्रा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
- मान्यता है कि इस महीने दान पूर्ण करना चाहिए। यह महीना तपस्या आत्म शुद्धि के लिए काफी शुभ माना गया है।
- यह महीना कामना पूर्ति के लिए भी काफी शुभ माना गया है।
- मान्यता है कि आषाढ़ मास में गुप्त नवरात्र आती है जिसमें मां दुर्गा की पूजा आराधना की जाती है, मां दुर्गा की पूजा आराधना करने से समस्त कासन से मुक्ति मिलती है।
आषाढ़ मास में आने वाले त्योहार
- 14 जून 2025 – संकष्टी गणेश चतुर्थी
- 15 जून 2025- मिथुन संक्रांति
- 21 जून 2025- योगिनी एकादशी
- 23 जून 2025- प्रदोष व्रत, मास शिवरात्रि
- 24 जून 2025- रोहिणी व्रत
- 25 जून 2025- अमावस्या, आषाढ़ अमावस्या
- 26 जून 2025- गुप्त नवरात्रि आरंभ, चंद्र दर्शन
- 27 जून 2025- जगन्नाथ रथयात्रा
- 06 जुलाई 2025- आषाढ़ी एकादशी, देवशयनी एकादशी
- 08 जुलाई 2025- भौम प्रदेाष व्रत, जया पार्वती व्रत प्रारंभ
- 10 जुलाई 2025- पूर्णिमा, गुरु पूर्णिमा, व्यास पूजा, सत्य व्रत
आषाढ़ मास में क्या करें!
- आषाढ़ मास में भगवान विष्णु और सूर्य देव की पूजा आराधना करने का विशेष महत्व है।
- आषाढ़ मास का महीना दान पुण्य के लिए काफी शुभ माना गया है।
- यह महीना की साधना और जब तक के लिए काफी उत्तम माना गया है।
- आषाढ़ मास में एकादशी के व्रत का पालन जरूर करें।
- माता-पिता और गुरु की सेवा सम्मान करें।
- यात्रा के लिए आषाढ़ मास काफी शुभ माना गया है, इस महीने तीर्थ यात्रा पर जरूर जाए।
आषाढ़ मास में भूलकर भी ना करें!
- आषाढ़ मास के महीने को काफी लोग शुभ नहीं मानते हैं, इस महीने में गृह प्रवेश ,विवाह आदि कार्य करना वर्जित माना गया है।
- आषाढ़ मास के महीने में तला–भूना और मांसाहारी खाना नहीं खाना चाहिए।
- यह महीना साधना और जब तक के लिए है इसीलिए शरीर और मन को शुद्ध रखें, मांसाहारी खाना व शराब का सेवन न करें।
- इस महीने में झूठ, चोरी और छल कपट नहीं करना चाहिए, इसका परिणाम 100 गुना बड़ा होता है।
- इस महीने में पेड़और पौधे नहीं काटना चाहिए।
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