
Canada Election 2025 Result: Mark Carney बने कनाडा के नए प्रधानमंत्री, जानें भारत पर क्या होगा असर?
Canada Election 2025 Result सामने आ चुका है। लिबरल पार्टी ने एक बार फिर सत्ता में वापसी की है और Mark Carney कनाडा के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं। ये चुनाव सिर्फ कनाडा ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए अहम रहे, क्योंकि इस चुनाव पर अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump की बयानबाज़ी और उनकी नीतियों का गहरा असर पड़ा।
Canada Election 2025 Result: ट्रंप की धमकियों ने बदला चुनावी माहौल
शुरुआत में ऐसा लग रहा था कि Conservative Party के नेता Pierre Poilievre को बढ़त मिलेगी, खासकर जब Justin Trudeau ने खराब जनाधार के चलते इस्तीफा दिया। लेकिन Donald Trump के बार-बार कनाडा को “अमेरिका का 51वां राज्य” बनाने की धमकी और भारी टैरिफ लगाने की रणनीति ने पूरा चुनावी परिदृश्य बदल दिया।
ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ जैसे – कनाडाई स्टील, एल्यूमिनियम, ऑटोमोबाइल और दवाइयों पर 25% शुल्क – ने कनाडा की जनता में गुस्सा भर दिया। इसके जवाब में राष्ट्रवाद की भावना जागी और लिबरल पार्टी को समर्थन मिला।
Mark Carney: आर्थिक संकटों के बीच एक भरोसेमंद चेहरा
Mark Carney जो पहले Bank of Canada और Bank of England के गवर्नर रह चुके हैं, उन्होंने पहली बार राजनीति में कदम रखते हुए लिबरल पार्टी का नेतृत्व किया और प्रधानमंत्री बने। उन्होंने चुनावी प्रचार के दौरान लगातार अमेरिका की नीतियों और ट्रंप की धमकियों का कड़ा विरोध किया।
जीत के बाद अपनी victory speech में कार्नी ने साफ कहा – “America wants our land, our water, our resources. But this will never happen.” उन्होंने कनाडा की संप्रभुता को किसी भी हाल में न बेचने की बात कही।
कैसा रहेगा भारत-कनाडा संबंध?
भारत के लिए यह चुनाव परिणाम विशेष महत्व रखता है। मार्क कार्नी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत-कनाडा रिश्तों में स्थिरता आने की संभावना है। ट्रूडो सरकार के दौरान भारत-कनाडा संबंधों में खटास आई थी, खासकर खालिस्तानी मुद्दे को लेकर। लेकिन कार्नी ज्यादा संतुलित और वैश्विक दृष्टिकोण रखने वाले नेता माने जाते हैं।
उनका ध्यान बहुपक्षीय संबंधों और वैश्विक सहयोग पर है, जिससे भारत को आर्थिक और रणनीतिक रूप से लाभ मिल सकता है। व्यापार, शिक्षा और आप्रवासन जैसे मुद्दों पर सहयोग बढ़ सकता है।
अल्पमत या बहुमत?
अब तक की रिपोर्ट्स के मुताबिक, लिबरल पार्टी बहुमत के नजदीक है लेकिन स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। CBC और CTV जैसे चैनल्स के अनुसार, सरकार अल्पमत में बन सकती है, जिससे मार्क कार्नी को सहयोगी दलों की मदद लेनी पड़ सकती है। National Democratic Party (NDP) इस बार इतनी सीटें भी नहीं जीत सकी कि पार्टी का दर्जा बना रहे। इसके चलते Jagmeet Singh ने इस्तीफा दे दिया।
भारत को क्या सबक?
इस चुनाव ने ये स्पष्ट कर दिया कि किसी भी देश की संप्रभुता और आत्मनिर्भरता को चुनौती देने वाले नेताओं के खिलाफ जनभावनाएं तेजी से जाग सकती हैं। भारत भी इससे सीख सकता है कि आर्थिक मुद्दों और राष्ट्रीय गर्व को लेकर जनता कितनी संवेदनशील है।