
मस्क-ऑल्टमैन विवाद फिर गहराया: $97.4 बिलियन में ओपनएआई खरीदने की पेशकश
मस्क-ऑल्टमैन विवाद: टेक जगत में एक बार फिर हलचल मच गई है, क्योंकि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने चैटजीपीटी निर्माता ओपनएआई को $97.4 बिलियन में खरीदने की पेशकश की है। यह कदम मस्क के नेतृत्व वाले निवेशकों के एक समूह द्वारा उठाया गया है, जिसका उद्देश्य ओपनएआई को उसके मूल गैर-लाभकारी उद्देश्यों की ओर वापस लाना है।
मस्क का मिशन: ओपन-सोर्स एआई की वापसी
एलन मस्क ने एक बयान में कहा, “अब समय आ गया है कि ओपनएआई को उसके मूल उद्देश्य – ओपन-सोर्स और सुरक्षा-केंद्रित एआई के रूप में वापस लाया जाए। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि ऐसा हो।”
इस समूह में मस्क की खुद की एआई कंपनी xAI, बैरन कैपिटल ग्रुप, वेलोर मैनेजमेंट, एट्रीड्स मैनेजमेंट, वीवाई फंड, इमैनुअल कैपिटल मैनेजमेंट और आठ अन्य निवेशक शामिल हैं।
सैम ऑल्टमैन की प्रतिक्रिया
ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने मस्क की इस पेशकश का मजाक उड़ाते हुए X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “नहीं, धन्यवाद, लेकिन यदि आप चाहें तो हम ट्विटर को $9.74 बिलियन में खरीद सकते हैं।”
no thank you but we will buy twitter for $9.74 billion if you want
— Sam Altman (@sama) February 10, 2025
पिछली फंडिंग के दौरान ओपनएआई का मूल्य $157 बिलियन आंका गया था, और हाल ही में इसकी अनुमानित कीमत $300 बिलियन तक पहुंच गई है। इस संदर्भ में, मस्क की यह बोली काफी कम मानी जा रही है। हालांकि, उनके वकील मार्क टोबेरॉफ ने कहा कि वे किसी भी उच्च बोली से मेल खाने या उसे पार करने के लिए तैयार हैं।
ओपनएआई बनाम एलन मस्क: पुराना विवाद
मस्क और ऑल्टमैन की यह लड़ाई कोई नई नहीं है। एलन मस्क और सैम ऑल्टमैन ने 2015 में ओपनएआई की सह-स्थापना की थी। हालांकि, 2018 में मस्क ने इससे खुद को अलग कर लिया, यह कहते हुए कि ओपनएआई की दिशा और एआई सुरक्षा को लेकर उनके विचार मेल नहीं खाते।
इसके बाद, 2019 में जब ओपनएआई ने खुद को एक सीमित लाभ वाली कंपनी में परिवर्तित किया, तब मस्क ने इसका खुलकर विरोध किया। मस्क ने ओपनएआई और ऑल्टमैन के खिलाफ कई मुकदमे भी दर्ज कराए हैं, जिसमें दावा किया गया कि कंपनी ने एआई को मुक्त रूप से उपलब्ध कराने के अपने वादे को तोड़ा है।
‘स्टारगेट’ प्रोजेक्ट: विवाद की नई वजह?
हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘स्टारगेट’ नामक एक एआई प्रोजेक्ट की घोषणा की है, जिसमें अगले चार वर्षों में $500 बिलियन का निवेश किया जाएगा। इस परियोजना में जापानी समूह सॉफ्टबैंक, ओरेकल और ओपनएआई प्रमुख भागीदार हैं।
दिलचस्प बात यह है कि मस्क, जो ट्रंप प्रशासन के करीबी माने जाते हैं, इस परियोजना का हिस्सा नहीं बनाए गए हैं। इसे लेकर उन्होंने कहा कि “इस परियोजना के पास वास्तविक रूप से इतने पैसे नहीं हैं।”
क्या ओपनएआई फिर से गैर-लाभकारी बनेगा?
मस्क का यह कदम ओपनएआई को उसके पुराने गैर-लाभकारी स्वरूप में लौटाने के उद्देश्य से देखा जा रहा है। यदि यह डील सफल होती है, तो संभव है कि ओपनएआई फिर से ओपन-सोर्स एआई रिसर्च पर ध्यान केंद्रित करे।
लेकिन मौजूदा हालातों को देखते हुए यह डील मुश्किल नजर आ रही है। ओपनएआई और उसके साझेदार पहले ही इस बोली को अस्वीकार कर चुके हैं, और कंपनी के नए निवेशक इसकी कीमत को और बढ़ाने की तैयारी में हैं।
मस्क-ऑल्टमैन विवाद आगे क्या?
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या एलन मस्क और उनके निवेशक इस बोली को बढ़ाएंगे या किसी अन्य कानूनी रास्ते को अपनाएंगे। साथ ही, ओपनएआई की मौजूदा रणनीति और ‘स्टारगेट’ प्रोजेक्ट की प्रगति पर भी सभी की नजरें टिकी रहेंगी।
क्या यह विवाद भविष्य में एआई उद्योग की दिशा को प्रभावित करेगा? यह सवाल अभी अनुत्तरित है, लेकिन इतना तय है कि यह जंग अभी खत्म नहीं हुई है।
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