
Strawberry Moon 2025: आज रात जानिए क्यों 18 साल तक नहीं दिखेगा ऐसा चांद!
Strawberry Moon 2025: आज यानी 11 जून को ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा मनाई जा रही है, साथी आज चांद ऐसा निकलने वाला है, जो आज के बाद सीधा 18 साल बाद नजर आएगा। आज जो पूर्णिमा का चांद नजर आएगा उसे “strawberry Moon” कहते हैं। यह नाम सुनकर आपको भी लग रहा होगा कि चांद जरूर गुलाबी निकालेगा लेकिन ऐसा नहीं है। तो क्यों कहा जा रहा है आज के चांद को स्ट्रॉबेरी मून? चलिए जानते हैं।
Strawberry Moon 2025
आज का चांद बेहद खूबसूरत और जादू होने वाला है। यह चांद खास इसीलिए है क्योंकि इस चांद को स्ट्रॉबेरी मून कहां जा रहा है। पर ऐसा क्यों, जो चांद रोज निकलता है आज उसे स्ट्रॉबेरी मून क्यों कह रहे हैं?
दरअसल स्ट्रॉबेरी मून नॉर्थ हेमिस्फीयर में वसंत ऋतु का आखिरी चंद कहा गया है, यानी गर्मियों का पहले पूरा चांद। स्ट्रॉबेरी मून का चांद के रंग और आकर से कुछ भी लेना-देना नहीं है, बल्कि यह नाम उत्तरी अमेरिका में रहने वाले आदिवासी जनजातियों ने रखा था, पुराने समय के यह लोग फुल मून यानी पूर्णिमा की चांद का नाम मौसम के अनुसार रखा करते थे, उनका यह करने का उद्देश्य यह था ताकि उनको आने वाले मौसम का पता चल पाए।
जून की फुल मून को वसंत का आखिरी चांद और गर्मियों का पहला चंद माना जाता है।
इसे स्ट्रॉबेरी मून इसीलिए कहा जाता है क्योंकि यही ऐसा समय है जब जंगली स्ट्रॉबेरी पकड़ कर तैयार हो जाती है, इसीलिए इसे स्ट्रॉबेरी मन कहा जाता है।
अगला स्ट्रॉबेरी चांद 18 साल बाद!
11 जून यानी आज की रात का चांद बेहद खूबसूरत और आमतौर पर नॉर्थ हेमिस्फीयर में साल का सबसे निशा चंद्रमा होने वाला है, सबसे खास बात यह है कि इस वर्ष यह चांद और भी नीचे दिखाई देने वाला है। यह घटना काफी खास और दुर्लभ मानी जाती है, 11 जून 2025 के बाद यह घटना 18 साल बाद दोहराएगी। यानी अगर आप इस बार यह चंद्रमा देखना किसी कारण वर्ष मिस कर देते हो तो आज के बाद 2043 में आप देख सकेंगे। आज का चंद्रमा सुनहरे चमक के साथ नजर आएगा और काफी पास नज़र आएगा, भूल कर भी ना भूले।
क्या भारत में भी नजर आएगा यह चांद?
आपको बता दे की 11 जून को पूर्णिमा तिथि है, और इसी दौरान आपको भारत में भी सूर्यास्त के बाद स्ट्रॉबेरी मून देखने का मौका मिलेगा। चंद्रमा दक्षिणी पूर्वी क्षितिज पर नीचे की ओर दिखाई देगा। आप कोशिश करें कि ऐसी जगह से देखें जहां रोशनी कम हो और खुला आसमान हो। अगर आप दूरबीन की मदद से चंद्रमा को देखते हैं तो यह नजारा अत्यंत दिव्य होगा।
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