
विश्व शांति और समाज दिवस 2025: क्यों मनाया जाता है यह दिवस , जानिए इतिहास
विश्व शांति और समाज दिवस 2025 हर साल 23 फरवरी को मनाया जाता है। यह दिन शांति, समझ और एकजुटता को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष अवसर है। जबकि अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस 21 सितंबर को मनाया जाता है, विश्व शांति और समाज दिवस की स्थापना रोटरी क्लब द्वारा की गई थी, जो दुनिया भर में शांति और सद्भावना का संदेश फैलाने का काम करता है।
विश्व शांति और समाज दिवस 2025
जहां विश्व शांति दिवस हर साल 21 सितंबर को मनाया जाता है तो वही विश्व शांति और समाज दिवस हर साल 23 फरवरी को मनाया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस की स्थापना संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 1981 में की गई थी, जिसका उद्देश्य दुनिया भर में शांति को बढ़ावा देना है और दुनिया भर के लोगों को शांति के महत्व को बताना है.
विश्व शांति और समाज दिवस 2025 का इतिहास
विश्व शांति और समाज दिवस के इतिहास के बारे में बात करें तो शांति और समझ ही भावना विकसित करने के लिए 23 फरवरी 1905 को पहले रोटरी बैठक हुई थी, जिसमें कई शहरों के हस्तियां शामिल थे जैसे- पॉल हर्रिस , गस्तावास लोहर, सिल्वेस्टर शियेले, और हीराम शौरी इन सब हस्तियों ने शिकागो शहर की यूनिटी बिल्डिंग के एक रूम नंबर 711 में बैठक करी , और इन सभी हस्तियों ने इस स्थान का नाम रोटरी रख दिया क्योंकि सभी हस्तियों मिलने के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान पर रोटेट होते रहते थे।
कुछ समय बाद इस क्लब में हुमन वैल्यूज के लिए अपनी इच्छा रखने वाले लोग जुड़ते गए। हालांकि रोटरी क्लब ने औपचारिक रूप से साल 1922 में रोटरी इंटरनेशनल नाम को अपना लिया था। इस संगठ की स्थापना की याद में हर साल विश्व शांति और समाज दिवस मनाया जाता है, जो हमें बार-बार यह याद दिलाता है कि की विश्व में शांति और आपस में शांति कितनी जरूरी है। आपको बता दे इस साल विश्व शांति और समाज दिवस की 117वी भी वर्षगांठ बनाए जा रही है। समाज में एकजुटता की भावना को बनाए रखने के लिए शांति और समझ होना बेहद आवश्यक है। इसलिए हिंसा से रहित दुनिया में शांति लाने के उद्देश्य के लिए हर साल इस दिवस को मनाया जाता है। इस दिवस पर दुनिया भर के देशों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
विश्व शांति और समाज दिवस 2025 का महत्व
दुनिया भर में लोगों और राशियों के बीच बढ़ती गलतफहमियों को देखते हुए इस दिन को और महत्व दिया जाता है। दुनिया भर में शांति और समझ को बढ़ावा देने के लिए यह दिन बेहद जरूरी है। और लोगो को सन्ति के प्रति जाग्रुकत करना है। विश्व शांति दिवस और समझ ये सुनिश्चित की करता है की सभी लोग आपस में प्रेम से रहे , और शांति भांग न करे।
जयंती के केंद्र में आशा और क्षमा
अपने बयान में, विभाग ने कहा कि यह विषयवस्तु पोप फ्राँसिस के विश्वपत्र “लौदातो सी” और “फ्रातेल्ली तूत्ती” से प्रेरित है, “और सबसे बढ़कर आशा और क्षमा की अवधारणाओं से, जो जयंती के मूल में है, यह मन-परिवर्तन का समय है जो हमें निंदा करने के लिए नहीं, बल्कि मेल-मिलाप और शांति लाने के लिए कहता है। विभाग ने आगे कहा कि “पापों की क्षमा और ऋणों को माफ करने की जयंती की परंपरा में निहित आशा के प्रकाश में आज मानवता को पीड़ित करनेवाले संघर्षों और सामाजिक पापों की वास्तविकता पर विचार करने से, इस संबंध में कलीसिया के धर्मगुरुओं के विचारों के साथ, ठोस सिद्धांत उभर कर सामने आता है जो एक बहुत ही आवश्यक आध्यात्मिक, सामाजिक, आर्थिक, पारिस्थितिक और सांस्कृतिक परिवर्तन की ओर ले जा सकता हैं।