
मणिपुर में 5.6 तीव्रता का भूकंप
Earthquake Alert : आज यानी 5 मार्च बुधवार को Earthquake के झटके महसूस किए गए हैं। मणिपुर के याइरिपोक के पास भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं, आपको बता दें रैक्टर पैमाने पर 5.6 रिक्टर स्केल का माध्यम भूकंप आया।
आसपास में दहशत फैल गई।
भूकंप की तीव्रता रैक्टर स्केल पर 5.6 मापी गई है, आपको बता दें मणिपुर की राजधानी इंफाल से 10 किलोमीटर दूर तक भूकंप का केंद्र बताया जा रहा है। मणिपुर के साथ-साथ असम के भी कई पूर्वोत्तर राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप के आने से आसपास के इलाको और पड़ोसी देशों में दहशत का माहौल फैल गया। हालांकि राहत की बात यह है कि किसी के भी घायल होने या किसी भी इमारत या सामान के नुकसान की खबर नहीं आई है।
कैसे आता है Earthquake?
भूकंप पृथ्वी की सतह के हिलने को कहते हैं। जब हमारी पृथ्वी के टेक्टोनिक प्लेट्स हिलने लगते हैं तब भूकंप आने की संभावनाएं हो जाती हैं। भूकंप बहुत जानलेवा और खराब बन सकता है, भूकंप से सिर्फ संपत्ति को ही खतरा नहीं बल्कि इंसान की जान को भी खतरा होता है। अगर भयानक भूकंप आ जाए तो देश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा संकट आ जाता है।
Earthquake के कारण
भूकंप के कुछ निम्नलिखित कारण हैं जैसे:
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टेक्टोनिक प्लेट में हलचल: पृथ्वी की सतह में जब दबाव बढ़ने लगता है तो भूकंप आ जाता है। आपको बता दें इस दबाव से पृथ्वी का बनाया हुआ संतुलन बिगड़ने लगता है या टूट जाता है, इसके कारण भूमि में हलचल होने लगती है और वह भूकंप का कारण बन जाती है।
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भूस्खलन: जब ज्वालामुखी से निकलने वाला लावा या गैस भूमि के नीचे वाले हिस्से में आ जाता है तो भूमि हिलने लगती है, जिसके कारण भूकंप आ सकता है।
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सीस्मिक गतिविधियाँ: पृथ्वी की सतह आसानी से गतिशील होती है, जिस धरती में चिपचिपी पदार्थ के चलते भूमि हिल सकती है और भूकंप आ सकता है।
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अन्य कारण: आपको बता दें कि भूकंप के सिर्फ यही कारण नहीं हैं। भूकंप के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं। जब किसी स्थान में जरूरत से ज्यादा गहरा गड्ढा खोद दिया जाए या जमीनों की खुदाई काफी गहरी तरीके से की जाए तो आगे जाकर भूकंप का कारण बन सकता है।
Earthquake आने से पहले क्या करें?
अगर आप किसी ऐसे स्थान पर रहते हैं जहां अक्सर भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं या अक्सर भूकंप आने की संभावनाएं रहती हैं, तो इन चीजों का ध्यान जरूर रखें:
- अपनी छत और उसकी नींव के प्लास्टर जरूर कराएं, अगर आपके घर की दीवारों में दरारें हैं तो उन्हें मरम्मत कराएं।
- ध्यान रखें कि आपके सीलिंग के ऊपर ज्यादा वजन वाली चीजें न हों।
- मजबूत खुफिया बिस्तर के नीचे रखें।
- खराब बिजली की तारों तथा लीक करने वाली गैस की मरम्मत कराएं, नहीं तो आग लगने की संभावनाएं ज्यादा हैं।
- खुला क्षेत्र में, बिल्डिंग, पेड़ या किसी बिजली की लाइन से दूर रहें।
- अपने परिवार वालों और बच्चों को भूकंप की जानकारी दें और उन्हें जागरूक करें।
Earthquake आने पर क्या करें?
भूकंप आने पर निम्नलिखित चीजों को ध्यान में रखें:
- अगर आप घर के अंदर हैं तो जमीन पर झुक जाएं, या किसी मजबूत टेबल के नीचे बैठ जाएं।
- बिजली की चीजों से दूर रहें और चेतावनी वाले फायर अलार्म चालू कर दें।
- अगर भूकंप के दौरान आप बिस्तर में लेटे हैं तो लेटे ही रहें और अपने सिर पर तकिया या किसी मजबूत चीज को रखें।
- यदि आप सड़क पर हैं तो जितनी जल्दी हो सके सुरक्षित स्थान पर गाड़ी को रोकें। ध्यान रहे किसी बड़ी बिल्डिंग के बाहर या पेड़ के नीचे तथा बिजली की दीवारों के पास खड़े न हों, किसी खुले स्थान पर जाएं।
- यदि आप मलवे में फंसे हैं तो माचिस की तिल्ली न जलाएं।
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