
Telangana State Formation Day: आंदोलन से राज्य बनने तक की कहानी
Telangana State Formation Day: तेलंगाना भारत का 28व राज्य है। 2 जून 2014 को तेलंगाना स्थापना दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मकसद यह है कि जिन लोगों ने भी आंध्र प्रदेश से एक अलग राज्य बनाने में अपना योगदान दिया है उनको सम्मानित किया जाए।
तेलंगाना स्थापना दिवस 2025
1 नवंबर 1956 के दौरान तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को एक कर दिया गया था। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के एक होने का उद्देश्य यह था कि मद्रास से अलग होकर तेलुगु भाषा बोलने वाले लोगों के लिए एक नया राज्य बन सके।
1969 में तेलंगाना के एक बार फिर एक अन्य राज्य की मांग करने लगे, इस मांग के लिए आंदोलन हुए और कई सारे छात्र और सामाजिक संगठन तथा सरकारी कर्मचारियों ने इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था।
तकरीबन 40 साल तक तेलंगाना को एक अलग राज्य बनाने की मांग चलती रही। इसके बाद तेलंगाना की यह मांग 2014 में जाकर पूर्ण हुई। 2014 में कांग्रेस और बीजेपी ने संसद में तेलंगाना बनाने वाले बिल को पास कर दिया। आपको बता दे की इस बिल को ” आंध्र प्रदेश पूर्ण गठन अधिनियम” का नाम दिया गया। इस कानून के तहत, आंध्र प्रदेश के उत्तर पश्चिमी हिस्सों के काम से कम 10 जिलों को मिलाकर एक नया राज्य बना जिसे “तेलंगाना” कहा गया।
तेलंगाना दिवस का महत्व
तकरीबन 57 वर्ष का आंदोलन खत्म होने की खुशी में तेलंगाना दिवस मनाया जाता है। तेलंगाना का एक अलग राज्य बना ही एकमात्र वजह नहीं है बल्कि यह दिन तेलंगाना आंदोलन के जीत का प्रतीक भी है और इसमें जिन लोगों ने अपना योगदान दिया उनका सम्मान करने का दिन भी है। तेलंगाना दिवस यह याद दिलाता है कि कैसे आंध्र प्रदेश से इतनी संघर्षों के बाद वह एक नया राज्य बना। काफी योगदान और मेहनत के बाद 2 जून 2014 को लोगों की सालों पुरानी मांग पूरी हुई।
2014 से यह आंदोलन खत्म हुआ और तेलंगाना को अपनी एक नई पहचान मिली और भारत के नक्शे में एक बदलाव भी हुआ। तेलंगाना राज्य दिवस के मौके पर देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति दोनों तेलंगाना को और तेलंगाना के लोगों को शुभकामनाएं देते हैं।
तेलंगाना स्थापना दिवस की घोषणा किसने की?
आंध्र प्रदेश पूर्ण गठन अधिनियम को देश के राष्ट्रपति ने 2014 को अनुमति दे दी थी। तब से लेकर आज तक प्रत्येक वर्ष 2 जून को “तेलंगाना स्थापना दिवस” बड़े खुशी के साथ मनाया जाता है।
तेलंगाना को एक अलग राज्य घोषित करने का प्रस्ताव कांग्रेस कार्य समिति ने एक जुलाई 2013 को पास किया था। इसके बाद इस बिल को प्रवक्ता से मंजूरी मिली और आगे की प्रक्रिया शुरू हुई। 2 जून को इसे आधिकारिक रूप से लागू कर दिया गया और अलग राज्य बनने की घोषणा की गई। का
क्या आप तेलंगाना की यह बात जानते हैं?
- तेलंगाना 1,12,077 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। और भारत का 11व सबसे बड़ा राज्य माना जाता है ।
- तेलंगाना की जनसंख्या 2011 की जनगणना के अनुसार 35,003,674 है जो भारत का बार-बार सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य है।
- तेलंगाना का अपना ही एक अलग जीत है जिसे ” जय जय तेलंगाना” नाम दिया गया है।
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