
Amarnath Yatra 2025: यात्रियों की राह में, मौसम बानी बाधा
Amarnath Yatra 2025: इस साल अमरनाथ यात्रा 2025 को 17 जुलाई को एक दिन के लिए फिर से स्थगित कर दिया गया था, क्योंकि कश्मीर में लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण यात्रा मार्गों की मरम्मत की आवश्यकता पड़ी। जिसमे राजस्थान की 55 वर्षीय महिला श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हुए।
जिसके तुरंत बाद सीमा सड़क संगठन (BRO) ने मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया था। जिससे कुछ समय के लिए यात्रा शांत रूप से शुरू हो पाई थी, लेकिन सुरक्षा कारणों से फिर से रोक दी गई।
इस साल Amarnath Yatra 2025 में आया संकोच
भगवन की आस्था लेकर आये 2.52 लाख से भी अधिक यात्रियों को करना पड़ा बड़ी-बड़ी मुसीबतों का सामने, जैसे की मौसम का बिगड़ना, भूचाल, लैंड स्लाइडिंग। जिसकी वजह से लोगों ने अपनी जाने भी गवा दी, जिसमे राजस्थान से आई 55 वर्षीय महिला श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग घायल भी हुए। जिसके तुरंत बाद ही सीमा सड़क संगठन (BRO) ने मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया था और राहत कार्यों के लिए NDRF और SDRF की टीमें मौके पर तैनात की गईं। जिससे कुछ समय के लिए यात्रा शांत रूप से शुरू हो पाई थी, लेकिन सुरक्षा कारणों से 17 जुलाई को एक दिन के लिए यात्रा पर रोक लगा दी गई।
Disturbing videos emerging from the Amarnath Yatra route. Praying for the safety of all our yatris. Hope everyone stays safe and reaches home unharmed. pic.twitter.com/oY6DRgkJiP
— FK (@FaisalKhankashi) July 16, 2025
यात्रियों की संख्या
शुक्रवार को 7,908 श्रद्धालुओं का एक बैच जम्मू से कश्मीर के लिए रवाना हुआ था। फिर एक दिन बाद जब खराब मौसम के कारण अमरनाथ यात्रा को स्थगित कर दिया गया था, तभ अधिकारियों ने बताया कि 3 जुलाई से शुरू हुई ऑनगोइंग अमरनाथ यात्रा में अब तक 2.52 लाख से अधिक यात्री दर्शन कर चुके थे।
अधिकारियों से यह भी प्ताह चला की आज 7,908 यात्रियों का एक और बैच भगवती नगर यात्री निवास से दो सुरक्षाकवच वाले काफिलों में घाटी के लिए रवाना हुआ। पहला सुरक्षाकवच वाला काफिला, जिसमें 92 वाहन और 2,879 यात्री थे, वह सुबह 3:30 बजे बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हो चूका था। दूसरा सुरक्षाकवच वाला काफिला, जिसमें 169 वाहन और 5,029 यात्री थे, सुबह 4:25 बजे नुनवान (पहलगाम) बेस कैंप के लिए रवाना हुए।
Amarnath Yatra 2025 पर प्रशासन ने भी उठाई आवाज़ और कहा !
प्रशासन ने पहलगाम और बालटाल दोनों आधार शिविरों से तीर्थयात्रियों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। हालांकि, जो श्रद्धालु पहले से गुफा मंदिर में मौजूद हैं, उन्हें नीचे लौटने की अनुमति भी दी गई है। प्रशासन ने श्रद्धालु से अपील भी करि उन्होंने कहा कि वे श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की वेबसाइट और नियंत्रण कक्षों से संपर्क में ही रहें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें। प्रशासन ने इस बात घोषणा की है कि जब तक मार्ग पूरी तरह सुरक्षित नहीं हो जाता, यात्रा स्थगित रहेगी।
भारत मौसम विभाग ने किया अलर्ट
भारत मौसम विभाग ने कश्मीर के लिए रेड अलर्ट जारी किया। और अगले 24 घंटों में दक्षिण कश्मीर में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी भी दी। यात्रा 3 जुलाई से शुरू हुई थी और अब तक 2.47 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं। यात्रा 9 अगस्त यानि रक्षाबंधन वाले दिन तक चलेगी।