Congress Protest: भारत में राजनीति अक्सर विवादों और बयानों से गरमाती रहती है, और इस बार कांग्रेस पार्टी का विरोध केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अंबेडकर पर दिए गए बयान को लेकर बढ़ता जा रहा है। 20 दिसंबर 2024 को, कांग्रेस पार्टी ने पूरे देश में जिला मुख्यालयों पर एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। इस प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य अमित शाह के उस बयान के खिलाफ आवाज उठाना था, जिसे पार्टी ने अंबेडकर के योगदान को नकारात्मक रूप से पेश करने वाला माना। साथ ही, राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के मामले में भी कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया।
Congress is to protest tomorrow, on December 20, in all district headquarters across the country against the Union Home Minister Amit Shah’s statement and the FIR registered against Lok Sabha LoP Rahul Gandhi
— ANI (@ANI) December 19, 2024
अमित शाह का बयान और कांग्रेस का विरोध
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में अंबेडकर के योगदान को लेकर एक बयान दिया था, जिसे कांग्रेस और अन्य दलों ने नकारात्मक रूप से लिया। शाह के बयान को लेकर कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि यह दलितों के सम्मान और भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की छवि को नुकसान पहुंचाने वाला था। उनका कहना था कि शाह के इस बयान से दलित समाज के अधिकारों को दबाने की कोशिश की जा रही है।
कांग्रेस पार्टी का कहना है कि अंबेडकर ने भारतीय समाज में समानता और न्याय के लिए जो संघर्ष किया, उस संघर्ष को नकारने का प्रयास किया जा रहा है। अमित शाह के बयान को लेकर कांग्रेस के कई नेताओं ने इसे “दलित विरोधी” करार दिया। पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि शाह का बयान जानबूझकर अंबेडकर की तस्वीर को विकृत करने का प्रयास था।
राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर और कांग्रेस की प्रतिक्रिया
इसके अलावा, कांग्रेस ने यह भी बताया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर को लेकर कांग्रेस का कहना है कि यह कदम सत्तारूढ़ सरकार की आलोचना करने वाले नेताओं को चुप कराने के उद्देश्य से उठाया गया है। कांग्रेस ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया है। राहुल गांधी ने हमेशा सरकार की नीतियों और कार्यों की आलोचना की है, और इस एफआईआर को उनकी आवाज दबाने की कोशिश माना जा रहा है।
कांग्रेस पार्टी ने यह स्पष्ट किया कि राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज एफआईआर के बावजूद वह सरकार के खिलाफ अपने संघर्ष को जारी रखेंगे। पार्टी का कहना है कि यह कदम लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ है, और कांग्रेस इसे अपने विचारों को प्रकट करने का अधिकार मानती है।
कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन: देशभर में विरोध की लहर
20 दिसंबर को कांग्रेस ने पूरे देश में जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया। इस प्रदर्शन में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम जनता ने भी हिस्सा लिया। कांग्रेस ने यह सुनिश्चित किया कि यह विरोध शांतिपूर्ण रहे, लेकिन इसके बावजूद इसने एक बड़ी राजनीतिक गूंज उत्पन्न की। देशभर के विभिन्न हिस्सों में कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक अमित शाह के बयान और राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर के खिलाफ सड़कों पर उतरे।
इस विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य केवल अमित शाह के बयान और एफआईआर तक सीमित नहीं था, बल्कि यह लोकतंत्र, संविधान और अंबेडकर के आदर्शों के प्रति पार्टी की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता था। कांग्रेस का कहना था कि यह प्रदर्शन उनके राजनीतिक अधिकारों के लिए है, और वे किसी भी कीमत पर अंबेडकर के सम्मान की रक्षा करेंगे।
कांग्रेस का एकजुटता का संदेश
कांग्रेस ने इस विरोध प्रदर्शन के माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह अंबेडकर के आदर्शों को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इस देश में किसी भी तरह की असहमति या आलोचना को दबाने का प्रयास नहीं होने देना चाहिए। पार्टी ने यह भी कहा कि अगर अंबेडकर के विचारों को लेकर कोई हमला होता है, तो कांग्रेस उसका विरोध करेगी और इसके खिलाफ खड़ा होगी।
कांग्रेस का यह विरोध प्रदर्शन यह दर्शाता है कि भारतीय राजनीति में विचारधारा, सम्मान और न्याय की लड़ाई जारी है। पार्टी ने अपने समर्थकों को एकजुट किया है और इस मुद्दे पर उनके अधिकारों के लिए आवाज उठाने की कोशिश की है।
अमित शाह और उनके बयान की राजनीति
अमित शाह के बयान को लेकर राजनीति में तीखी बहस चल रही है। शाह ने भारतीय राजनीति में अपने कई बयानों के लिए हमेशा सुर्खियां बटोरी हैं। हालांकि उनके बयान पर विवादित प्रतिक्रियाएँ आती रही हैं, लेकिन इस बार उनके अंबेडकर पर दिए गए बयान ने कांग्रेस को विरोध करने का एक और बड़ा कारण दे दिया है। शाह के बयान को लेकर उनकी पार्टी भाजपा और उनके समर्थक इसे भारतीय राजनीति में एक नई दिशा देने के रूप में पेश कर सकते हैं, जबकि विपक्ष इसे अंबेडकर के सम्मान में हमला मान रहा है।
यह भी पढ़े: Farmer Protest: किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने किया 30 दिसंबर को पंजाब बंद करने का ऐलान