
Air India plane crash update: एयर इंडिया 171 हादसे की शुरुआती रिपोर्ट और पायलट भ्रम का खुलासा
Air India plane crash update: 12 जून को अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुई एयर इंडिया फ्लाइट 171 पर जारी शुरुआती रिपोर्ट में फ्यूल कट-ऑफ, इंजन फेल्योर, पायलट भ्रम और आपातकालीन कोशिशों का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में तकनीकी जांच जारी है, जबकि एयर इंडिया और बोइंग जांच में सहयोग कर रहे हैं। 260 लोगों की मौत हुई थी।
Air India plane crash update: एयर इंडिया 171 हादसे पर शुरुआती रिपोर्ट जारी
शनिवार को विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने एयर इंडिया फ्लाइट 171 के हादसे पर अपनी शुरुआती रिपोर्ट जारी की। यह विमान 12 जून को अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 260 लोगों की जान चली गई थी। यह रिपोर्ट हादसे की शुरुआती जांच के आधार पर तैयार की गई है, जिससे यह समझने की कोशिश की जा रही है कि टेक-ऑफ के कुछ ही सेकंड बाद ऐसा बड़ा हादसा आखिर कैसे हो गया।
Air India plane crash update: एयर इंडिया हादसे पर 15 पन्नों की शुरुआती रिपोर्ट जारी
हादसे के एक महीने बाद, 15 पन्नों की शुरुआती रिपोर्ट जारी की गई है, जिसमें एयर इंडिया फ्लाइट AI171 (बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर) के क्रैश से जुड़ी शुरुआती जानकारी और जांच की मौजूदा स्थिति बताई गई है। यह विमान लंदन गैटविक के लिए उड़ान भर रहा था, लेकिन टेक-ऑफ के कुछ ही पलों बाद विमान हवाई अड्डे के पास बने एक मेडिकल हॉस्टल कॉम्प्लेक्स से टकरा गया।
इस विमान में कुल 241 लोग सवार थे, जिनमें से केवल एक यात्री ही बच पाया। बाकी सभी की मौत हो गई, जो इस हादसे को और भी दर्दनाक बना देता है।
Air India plane crash update: रिपोर्ट में चौंकाने वाली घटनाओं का खुलासा
रिपोर्ट में बताया गया है कि टेक-ऑफ के कुछ ही सेकंड बाद विमान में जो घटनाएं घटीं, वे काफी चौंकाने वाली थीं: उड़ान के दौरान अचानक दोनों इंजन बंद हो गए, कॉकपिट में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई, और पायलटों ने इंजन दोबारा चालू करने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो पाए। यह सारी घटनाएं बहुत ही कम समय में घटित हुईं, जिससे विमान को संभालने का समय नहीं मिल पाया और हादसा हो गया।
Air India plane crash update: शुरुआती जांच रिपोर्ट के मुख्य बिंदु
हवा में ही दोनों इंजनों का फ्यूल कट-ऑफ
टेक-ऑफ के ठीक तीन सेकंड बाद (08:08:39 UTC पर), दोनों इंजनों के फ्यूल कट-ऑफ स्विच बंद हो गए। रिपोर्ट के अनुसार, “विमान ने 180 नॉट्स की अधिकतम रफ्तार पाई और ठीक उसी समय इंजन 1 और फिर 1 सेकंड बाद इंजन 2 का फ्यूल स्विच ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ में चला गया।”
कॉकपिट रिकॉर्डिंग में दिखा पायलटों का भ्रम
रिकॉर्डिंग में एक पायलट पूछता है, “तुमने कट-ऑफ क्यों किया?” दूसरा जवाब देता है, “मैंने नहीं किया।”
जांच में अब यह देखा जा रहा है कि क्या यह स्विच मानव द्वारा, गलती से, या किसी तकनीकी खराबी से बंद हुए।
इंजन को दोबारा चालू करने की कोशिश
डेटा से पता चला कि इंजन को अपने आप फिर से चालू करने की कोशिश हुई।इंजन 1 ने थोड़ी देर के लिए प्रतिक्रिया दी, लेकिन इंजन 2 पूरी तरह से फेल रहा, जिससे विमान को ज़रूरी ताकत (thrust) नहीं मिल पाई और हादसा टालना असंभव हो गया।
इमरजेंसी पावर सिस्टम (RAT) एक्टिव हुआ
टेक-ऑफ के तुरंत बाद विमान का राम एयर टरबाइन (RAT) चालू हो गया, जो केवल पावर फेल होने की स्थिति में एक्टिव होता है। यह दिखाता है कि बिजली की सप्लाई अचानक बंद हो गई थी।
मेडे कॉल भेजा गया
08:09:05 UTC पर पायलटों में से एक ने “MAYDAY MAYDAY MAYDAY” कहते हुए इमरजेंसी कॉल दी।
एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ने जवाब देने की कोशिश की, लेकिन कोई अगली प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके कुछ ही सेकंड बाद विमान क्रैश हो गया।
नाक ऊपर की ओर थी जब विमान टकराया
फ्लाइट डेटा से पता चला कि विमान 8 डिग्री नोज-अप (नाक ऊपर की स्थिति) में था और उसके विंग्स संतुलित थे। लेकिन इंजन से थ्रस्ट नहीं मिल रहा था, जिससे विमान हवा में नहीं टिक सका।
थ्रस्ट लीवर क्रैश के बाद आइडल स्थिति में मिले
उड़ान के दौरान थ्रस्ट लीवर टेक-ऑफ पोजिशन में थे, लेकिन क्रैश के बाद वे “Idle” (आराम) पोजिशन में पाए गए।फ्लैप्स और लैंडिंग गियर टेक-ऑफ के सामान्य पोजिशन में थे, जिससे ये साफ है कि किसी भी गलत सेटिंग की वजह से हादसा नहीं हुआ।
1,000 फीट में फैला मलबा
विमान का मलबा करीब 1,000 फीट तक फैल गया, जिसमें इंजन और लैंडिंग गियर जैसे बड़े हिस्से भी शामिल थे।इससे पता चलता है कि टक्कर कितनी तेज और जोरदार थी, और विमान कई इमारतों से टकराया।
विमान उड़ान योग्य था, फ्यूल कंट्रोल से जुड़ी कोई पुरानी शिकायत नहीं
विमान के पास मान्य एयरवर्दिनेस (उड़ान की अनुमति) सर्टिफिकेट था। कुछ Category C और D की छोटी-मोटी तकनीकी समस्याएं दर्ज थीं (जिन्हें MEL कहा जाता है), लेकिन इनका फ्यूल कंट्रोल से कोई संबंध नहीं था।
अब तक फ्यूल कट-ऑफ स्विच में किसी भी प्रकार की शिकायत पहले नहीं आई थी।
बोइंग की चेतावनी को नजरअंदाज किया गया
बोइंग ने फ्यूल कंट्रोल स्विच के लॉकिंग मैकेनिज्म को लेकर एक वैकल्पिक सलाह (advisory) जारी की थी, लेकिन एयर इंडिया ने उसकी जांच नहीं करवाई। हालांकि, विमान के थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल पहले ही 2019 और 2023 में बदले जा चुके थे।
जांच के अगले कदम
AAIB ने कहा है कि मलबे की जांच, मृतकों के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट्स और विमान के पुर्जों की जांच जारी है।फिलहाल की स्थिति में, रिपोर्ट कहती है: “Boeing 787-8 विमान या GE GEnx-1B इंजन ऑपरेटरों के लिए अभी कोई सिफारिश जारी नहीं की गई है।”
एयर इंडिया और बोइंग की प्रतिक्रिया:
एयर इंडिया ने कहा है कि वह जांच में पूरा सहयोग कर रही है।बोइंग ने कहा:
“हम AAIB को ही जानकारी साझा करने देंगे, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र की ICAO प्रोटोकॉल (Annex 13) में तय किया गया है।”
यह भी पढ़े: Plane Crash Update: अहमदाबाद हादसे की जांच में तेजी, AAIB ने रिपोर्ट नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सौंपी