
दिल्ली में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर Arvind Kejriwal का अमित शाह को पत्र: बढ़ती अपराध दर और सुरक्षा चिंताएं
नई दिल्ली, 14 दिसंबर 2024 – दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal ने 14 दिसंबर को गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति में गंभीर गिरावट का मुद्दा उठाया। उन्होंने पत्र में इस बात की ओर ध्यान आकर्षित किया कि दिल्ली में अपराधों में तेजी से वृद्धि हो रही है, और इसके कारण लोगों में गहरी चिंता और भय का माहौल बन गया है। केजरीवाल ने इस मामले पर गृह मंत्री से बैठक करने की भी अपील की है ताकि समस्या का समाधान खोजा जा सके।
कानून-व्यवस्था की स्थिति पर Arvind Kejriwal का गहरा चिंता व्यक्त करना
केजरीवाल ने अपने पत्र में दिल्ली के अपराधों की बढ़ती दर को लेकर कुछ चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए। उन्होंने कहा, “दिल्ली अब अपराध की राजधानी के रूप में पहचानी जा रही है, और यह स्थिति चिंताजनक है।” उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध और हत्या के मामलों में दिल्ली अन्य 19 प्रमुख महानगरों में सबसे ऊपर है। इसके साथ ही, दिल्ली में स्ट्राइक गैंग्स, बम धमकी, और नशे से जुड़े अपराधों में 350 प्रतिशत की वृद्धि जैसी घटनाएं शहर में सुरक्षा को लेकर और अधिक चिंता का कारण बनी हैं।
केजरीवाल ने आगे लिखा, “दिल्ली में अब अपराधियों का कानून और व्यवस्था से कोई डर नहीं है। खुलेआम गोलियां चल रही हैं, और अपराधी दिल्ली में दिन-दहाड़े हिंसा कर रहे हैं।”
दिल्ली की सुरक्षा में खतरनाक वृद्धि और केंद्रीय सरकार की जिम्मेदारी
Arvind Kejriwal ने पत्र में इस बात को प्रमुखता से उठाया कि दिल्ली में कानून और व्यवस्था की स्थिति केंद्रीय सरकार के अधीन है, क्योंकि दिल्ली पुलिस और प्रशासन का नियंत्रण केंद्र सरकार के पास है। उन्होंने कहा, “दिल्ली की कानून-व्यवस्था केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन है, लेकिन आज दिल्ली को अपराध की राजधानी के रूप में पहचाना जा रहा है। यह हमारे देश की राजधानी के लिए शर्मनाक है।”
Arvind Kejriwal ने यह भी कहा कि वह दिल्ली के लोगों के बीच जा-जाकर उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं, और वहां के लोग अपराधों की बढ़ती संख्या को लेकर बेहद चिंतित हैं। उन्होंने कहा, “दिल्ली की माताएँ और बहनें सवाल कर रही हैं, ‘क्या दिल्ली हमारे लिए सुरक्षित नहीं हो सकती?’ और व्यापारी भी डर के साए में अपना व्यापार चला रहे हैं।”
आतंकवाद और धमकियों के मामले भी गंभीर
Arvind Kejriwal ने यह भी उल्लेख किया कि दिल्ली के विभिन्न स्कूलों और हवाई अड्डों पर बम धमकी के मामले सामने आ रहे हैं, जिससे जनता में भय का माहौल पैदा हो रहा है। इसके अलावा, नशे से जुड़ी अपराधों में भी 350 प्रतिशत की वृद्धि ने शहर में सुरक्षा के सवालों को और भी गंभीर बना दिया है। केजरीवाल ने अपने पत्र में इस मुद्दे को बहुत ही गहरी चिंता के रूप में पेश किया है, जिससे साफ़ होता है कि यह सिर्फ एक प्रशासनिक समस्या नहीं, बल्कि एक गंभीर राष्ट्रीय संकट है।
केंद्र सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग
Arvind Kejriwal ने गृह मंत्री अमित शाह से अपील की कि वे इस समस्या को गंभीरता से लें और दिल्ली में बढ़ते अपराधों की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाएं। उन्होंने कहा, “इस गंभीर मुद्दे पर आपके सहयोग की आवश्यकता है ताकि हम दिल्ली में फिर से शांति और सुरक्षा का माहौल बना सकें।”
केजरीवाल ने यह भी कहा कि लोगों की सुरक्षा सर्वोपरि है और अब समय आ गया है कि इस पर ध्यान केंद्रित किया जाए। उन्होंने पत्र में लिखा, “क्या दिल्ली के लोग बेहतर कानून-व्यवस्था के हकदार नहीं हैं? क्या उन्हें सुरक्षित रहने का अधिकार नहीं है?”
केंद्र और राज्य सरकारों के बीच का टकराव
इस पत्र से साफ़ है कि दिल्ली के वर्तमान स्थिति पर मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal की असंतोष की भावना काफी गहरी है। उन्होंने पहले भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर हमला करते हुए कहा था कि बीजेपी दिल्ली की कानून-व्यवस्था संभालने में नाकाम रही है। उन्होंने ट्वीट किया था, “अमित शाह जी ने दिल्ली को बर्बाद कर दिया है। अब दिल्ली जंगलराज बन चुकी है। लोग हर जगह आतंक में जी रहे हैं।”
दिल्ली की जनता के बीच असुरक्षा का माहौल
Arvind Kejriwal का यह पत्र दिल्ली की बढ़ती असुरक्षा को लेकर उठाए गए सवालों का जवाब देने की कोशिश है। दिल्ली की सड़कें, स्कूल, और सार्वजनिक स्थान अब अपराधियों के निशाने पर हैं, और आम जनता में भय का माहौल है। दिल्ली के नागरिक अब यह सवाल उठाने लगे हैं कि क्या उन्हें राजधानी में सुरक्षित रहने का कोई अधिकार नहीं है?
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