
अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश के बाद से अब तक एयर इंडिया के 84 विमान रद्द हो चुके हैं
Black box investigation: अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश के बाद से अब तक एयर इंडिया के 84 विमान रद्द हो चुके हैं। 12 जून 2025 को हुए इस विमान हादसे में 275 से अधिक लोगों की जान चली गई। ET की एक रिपोर्ट के अनुसार, विमान के ब्लैक बॉक्स को जांच के लिए अमेरिका भेजा जाएगा। क्योंकि ब्लैक बॉक्स बाहर से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। भारत में इसका डेटा निकालना आसान नहीं है। अमेरिका की प्रयोगशाला में डिजिटल फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर से डाटा निकल जाएगा और फिर इसे भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो के साथ साझा किया जाएगा। इस जांच में यह पता लगाया जाएगा कि यह दुर्घटना कैसे हुई और इसका क्या कारण था?
Black box investigation के लिए अमेरिका भेजा जाएगा
AI-171 विमान का ब्लैक बॉक्स पूरी तरह जलने के कारण भारतीय जांचकर्ता इसका डेटा नहीं निकल पा रहे। अब अमेरिका की नेशनल सेफ्टी ट्रांसपोर्ट बोर्ड (NSTB) की वाशिंगटन स्थित प्रयोगशाला में इसका डेटा निकलेगा। डेटा निकालने के बाद इसे (AAIB) को दिया जाएगा जो कि डीजीसीए से स्वतंत्र सिविल एविएशन मंत्रालय की जांच एजेंसी है।
अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक जिस देश में ऐसी दुर्घटना होती है वहीं पर उसकी जांच होती है। लेकिन एक अधिकारी ने यह बताया कि AAIB ने दिल्ली में एक प्रयोगशाला बनाई है पर वह अभी तक इतनी ज्यादा आधुनिक नहीं हो पाई है कि वह बुरी तरह से क्षतिग्रस्त ब्लैक बॉक्स से रिकॉर्डर से डाटा निकाल पाए। NSTB की टीम भारतीय अधिकारियों की निगरानी में ब्लैक बॉक्स को अपनी प्रयोगशाला में ले जाएगी। इससे यह पता चलेगा कि सभी नियमों का पालन किया जा रहा है। इस जांच में ब्रिटेन की एयर एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्रांच भी होगी क्योंकि मरने वालों में 53 ब्रिटिश नागरिक भी शामिल थे।
Black box investigation: विदेशी एजेंसियां हादसे की जांच में क्यों शामिल है?
आपको बता दे कि जब यह हादसा हुआ उसके तीन दिन बाद ही कुछ अमेरिकी और ब्रिटिश एजेंसियां अहमदाबाद पहुंच गई थी। इनमें अमेरिका की नेशनल सेफ्टी ट्रांसपोर्ट बोर्ड और फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के साथ-साथ ब्रिटेन की सिविल एविएशन अथॉरिटी के अधिकारी भी शामिल है। ऐसे में यह सवाल उठाना सामान्य है कि हादसा तो भारत में हुआ है लेकिन इन विदेशी जांच एजेंसीयो को भारत में आकर जांच में शामिल होने की क्या आवश्यकता है ?
Black box investigation: विमान दुर्घटना की जांच में कौन शामिल हो सकता है?
शिकागो कन्वेंशन नियम के अनुसार विमान दुर्घटना की जांच की जिम्मेदारी उस देश की होती है, जहां पर यह दुर्घटना हुई है। इसके अलावा जिन देशों का विमान से संबंध है वह भी इस जांच में शामिल हो सकते हैं। जहां विमान रजिस्टर है, जो देश हादसा ग्रस्त विमान उड़ा रहा था और जहां विमान की डिजाइनिंग हुई है और जिस देश में विमान का निर्माण हुआ है वह सभी इस जांच में शामिल हो सकते हैं।
इस विमान का हादसा भारत में हुआ है इसलिए जांच का नेतृत्व एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो कर रहा है। विमान भारतीय एयरलाइंस कंपनी एयर इंडिया का था इसलिए भी भारत जांच के लिए जिम्मेदार है। इसका रजिस्ट्रेशन भी भारत का है, इसके विमान पर VT लिखा होता है जो भारत का रजिस्ट्रेशन नंबर है। लेकिन, इसकी डिजाइन अमेरिका में हुई है और बोईंग कंपनी भी अमेरिका की ही है। इसके अलावा इस विमान में जो इंजन लगा था वह भी जनरल इलेक्ट्रिक बनती है और यह भी एक अमेरिकी कंपनी है इसलिए इस हादसे की जांच में अमेरिका की एजेंसी भी शामिल है। इसके अलावा इस दुर्घटना में 53 ब्रिटिश नागरिकों की मौत हुई है इसलिए ब्रिटेन की एजेंसियां भी इसकी जांच में हस्तक्षेप करेंगी।
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