
Gyanesh Kumar Chief Election Commissioner या Amit Shah की Team
India Election Commission विवाद: Gyanesh Kumar की नियुक्ति, Amit Shah का दखल और परिवारतंत्र के आरोप—क्या लोकतंत्र खतरे में है?
भारत (India)… दुनिया का सबसे बड़ा Democracy।
जहाँ हर पाँच साल में जनता वोट देकर अपनी सरकार चुनती है। लेकिन इस पूरी प्रक्रिया का सबसे बड़ा पहरेदार होता है—Election Commission of India (ECI)।
आज सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है—क्या Election Commission वाकई जनता का है? या फिर ये किसी एक नेता और एक परिवार के इशारों पर काम कर रहा है?
कौन हैं Gyanesh Kumar?
भारत के 26वें Chief Election Commissioner (CEC) हैं Gyanesh Kumar।
- जन्म: आगरा (Uttar Pradesh)
- पढ़ाई: IIT Kanpur (Engineering), ICFAI (Business Finance), Harvard University (Environmental Economics)
- 1988: IAS बने, Kerala Cadre से
- 35 साल की प्रशासनिक यात्रा—Collector, Commissioner, Defence Ministry, Home Ministry, Cooperative Ministry
- 2025: Chief Election Commissioner बने
यानी देश की सबसे अहम कुर्सी पर अब वही अफसर बैठे हैं, जिनका सीधा रिश्ता राजनीति के सबसे ताकतवर चेहरों से रहा है।
Amit Shah और Gyanesh Kumar का रिश्ता
असल पहचान Gyanesh Kumar की बनी तब, जब वे Home Ministry में पहुँचे और Amit Shah के साथ काम करने लगे।
2016 से 2020 तक—
- Article 370 हटाने का ऑपरेशन
- Jammu & Kashmir Reorganisation Act
- Home Ministry की बड़ी फाइलें
इन सभी अहम फैसलों में Gyanesh Kumar का नाम जुड़ा रहा। राजनीतिक दिमाग था Amit Shah का, लेकिन प्रशासनिक अमल करवाने वाले थे Gyanesh Kumar।
इसलिए उन्हें सिर्फ़ एक अफसर नहीं, बल्कि Mission Team Member कहा जाता है।
नियुक्ति पर विवाद
2023 में मोदी सरकार ने Election Commission Appointment Law बदल दिया।
पहले नियुक्ति होती थी—PM + CJI + विपक्ष का नेता मिलकर।
लेकिन अब CJI की जगह शामिल हो गए… Amit Shah।
यानी नए कानून के तहत ही 2024 में Gyanesh Kumar बने Election Commissioner और 2025 में Chief Election Commissioner।
यही वजह है कि विपक्ष और जनता दोनों कह रहे हैं—CEC की नियुक्ति पर सत्ता का सीधा असर है।
परिवारतंत्र या टैलेंट?
विवाद यहीं खत्म नहीं होते। क्योंकि Gyanesh Kumar का परिवार भी देश की टॉप कुर्सियों पर बैठा है—
- बेटी: DM, Noida (UP)
- दामाद: DM, Saharanpur (UP)
- दूसरी बेटी: Deputy Director, IRS, Srinagar
- दूसरा दामाद: DM, Srinagar
यानी एक ही घर के चार लोग… और चारों प्रशासनिक अफसर!
युवाओं का सवाल है—क्या ये सिर्फ़ Talent है, या फिर Nepotism (Parivartantra) और नेटवर्किंग का खेल?
क्योंकि दूसरी तरफ लाखों छात्र UPSC की तैयारी करते-करते थक जाते हैं, पुलिस की लाठियाँ खाते हैं, लेकिन नौकरी नहीं मिलती। वहीं एक ही परिवार के चार लोग प्रशासन में बैठे हैं।
विपक्ष का हमला
- राहुल गांधी का बयान: “BJP चुनाव जीतने के लिए Vote चोरी कर रही है।”
- विपक्ष का आरोप: जब Election Commission में वही अफसर बैठे हों, जो Amit Shah के अधीन काम कर चुके हों, तो निष्पक्षता पर सवाल उठना लाज़मी है।
सरकार का जवाब
IAS Association और सरकार का कहना है—
ये सब केवल आरोप हैं।
Gyanesh Kumar एक काबिल Career Bureaucrat हैं, जिन्होंने Article 370 हटाने से लेकर Ayodhya Trust और Cooperative Ministry तक हर जगह अपनी छाप छोड़ी है।
लेकिन जनता पूछ रही है—क्या इतना टैलेंट सिर्फ़ एक ही परिवार में जमा हो सकता है?
असली सवाल: भरोसे का संकट
लोकतंत्र सिर्फ़ सही फैसलों से नहीं चलता।
लोकतंत्र चलता है जनता के भरोसे पर।
आज जनता पूछ रही है—
- क्या Election Commission अब भी Neutral है?
- क्या CEC अब सच में निष्पक्ष हैं?
- या फिर लोकतंत्र बदल चुका है Parivartantra (Family System) और Netatantra (Political Control) में?
अगर जनता का भरोसा टूटा… तो सबसे बड़ा नुकसान होगा India’s Democracy का।
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