
Himachal Pradesh Cloudburst चंबा- मंडी में भारी बारिश से तबाही, बदल फटने से जनजीवन अस्त- व्यस्त;
Himachal Pradesh Cloudburst: हिमाचल प्रदेश के मंडी और चंबा जिलों में भारी बारिश के रेड अलर्ट के बीच बादल फटने (Himachal Pradesh Cloudburst) की घटनाएं हुई हैं, जिससे भारी तबाही मची है। दोनों जिलों में लगभग 38 बीघा कृषि भूमि पानी के तेज बहाव में बह गई है। साथ ही पांच पुल भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त होकर बह गए। चंबा जिले में एक पारंपरिक घराट (जलचालित चक्की) भी तेज बहाव की चपेट में आ गई और बह गई। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव के कार्य शुरू कर दिए हैं। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर जारी है। मौसम विभाग द्वारा जारी भारी से भारी बारिश के रेड अलर्ट के बीच रविवार को मंडी और चंबा जिलों में बादल फटने (Himachal Pradesh Cloudburst) की घटनाएं सामने आईं, जिससे व्यापक नुकसान हुआ है। मंडी और चंबा में कुल मिलाकर 38 बीघा ज़मीन पानी के तेज बहाव में बह गई, जबकि पांच पुल भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त होकर बह गए। इस प्राकृतिक आपदा का असर हमीरपुर जिले में भी देखने को मिला, जहां उपमंडल बड़सर के गुरु का क्षेत्र भी शुक्कर खड्ड के किनारे कुछ मजदूर पत्थर उठाने का काम कर रहे थे। इस दौरान अचानक खड्ड में पानी का बहाव तेज हो गया, और वहां काम कर रही बिहार निवासी 30 वर्षीय महिला किरण पानी में बह गई। प्रशासन की ओर से राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है, लेकिन देर शाम तक महिला का कोई सुराग नहीं मिला है।
बारिश का असर हवाई सेवाओं पर भी पड़ा।
सुबह खराब मौसम की वजह से कांगड़ा हवाई अड्डे से दो उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। हालांकि, दोपहर बाद मौसम थोड़ा सामान्य होने पर तीन उड़ानें निर्धारित समय के अनुसार संचालित की गईं। शिमला और नई दिल्ली के बीच हवाई सेवाएं सामान्य रूप से जारी रहीं।
प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है और नदियों-नालों के किनारे न जाने की चेतावनी दी है। मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटों तक भारी बारिश की आशंका जताई है।
मंडी के कोतरंग गांव में बादल फटा (Himachal Pradesh Cloudburst), पांच पुल बहे।
मंडी जिले की ग्राम पंचायत शिल्हबधाणी के कोतरंग गांव में शनिवार देर रात बादल फटने की घटना ने तबाही मचा दी। इस दौरान गांव में तीन पैदल पुल और एक वाहन योग्य पुल तेज बहाव में बह गए। साथ ही, कोतरंग गांव के लोगों की नाले के साथ लगती लगभग 50 बीघा उपजाऊ ज़मीन भी बह गई है, जिससे ग्रामीणों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है।
रविवार सुबह करीब 9 बजे चंबा जिले के चुराह उपमंडल के कठवाड़ नाले में बादल फटने (Himachal Pradesh Cloudburst) की घटना हुई। इस दौरान पानी के तेज बहाव से लोक निर्माण विभाग (PWD) का पुल पूरी तरह बह गया। नतीजतन, तीन पंचायतों का संपर्क मुख्य उपमंडल चुराह से कट गया है। प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है।
Himachal Pradesh Cloudburst: कांगड़ा में सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त, यातायात प्रभावित
कांगड़ा जिले में भी बारिश का कहर देखने को मिला। जवाली के लब-लुधियाड़-भरमाड़ मार्ग पर सिद्धपुरघाड़ में बना पुल का एक छोर धंसने के कारण सड़क बंद हो गई है। इससे स्थानीय लोगों को आवाजाही में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
समेला में पेड़ गिरने से हाईवे बंद, भूस्खलन से वनवे संचालन: कांगड़ा के पास समेला क्षेत्र में पेड़ गिरने से मटौर-शिमला नेशनल हाईवे करीब डेढ़ घंटे तक अवरुद्ध रहा। इसके अलावा, इसी हाईवे पर बाथू पुल के पास भूस्खलन के चलते यातायात को वनवे करना पड़ा है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।
ऊना में भारी बारिश से उद्योगों को नुकसान, सड़कों पर जलभराव
ऊना जिले में शनिवार रात से लेकर रविवार सुबह तक हुई मूसलधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। गगरेट के औद्योगिक क्षेत्र में बहने वाले नाले का पानी सड़क पर आ गया, जिससे एक उद्योग के भवन की दीवार टूट गई। इस घटना के बाद उद्योग परिसर में चार फीट तक जलभराव हो गया, जिससे वहां रखा कच्चा माल और अन्य सामान बहकर स्वां नदी में पहुंच गया। उद्योग को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
ऊना जिले के नंगल सलांगड़ी क्षेत्र में स्थित एक टेक्सटाइल उद्योग भी भारी बारिश की चपेट में आ गया। उद्योग परिसर में पानी भरने के कारण भीतर काम कर रहे 45 कर्मी फंस गए। सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और सभी कर्मियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। समय रहते रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करने के कारण कोई बड़ा हादसा टल गया।
Himachal Pradesh Cloudburst: चंडीगढ़-धर्मशाला एनएच पर जलभराव, यातायात प्रभावित
झलेड़ा के समीप चंडीगढ़-धर्मशाला राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पर भारी जलभराव हो गया, जिससे कुछ समय के लिए यातायात बाधित रहा। जलभराव के कारण वाहनों की आवाजाही धीमी पड़ गई और ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई। जिला प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर जल निकासी का कार्य शुरू करवाया, जिसके बाद स्थिति सामान्य हुई।
ऊना जिले में रविवार को 67.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से 438 प्रतिशत अधिक है। इतनी अधिक बारिश ने जिले के अधिकांश क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति पैदा कर दी है। प्रशासन ने लोगों को सावधानी बरतने और नालों व नदियों के पास न जाने की चेतावनी जारी की है।
शिमला, कुल्लू, कांगड़ा और धर्मशाला में भी बारिश और धुंध
रविवार को शिमला, कुल्लू, कांगड़ा और धर्मशाला समेत राज्य के कई हिस्सों में बारिश होती रही। दोपहर बाद धर्मशाला और आसपास के क्षेत्रों में घना कोहरा छा गया, जिससे दृश्यता कम हो गई। वाहन चालकों को दिन में भी वाहनों की हेडलाइट जलाकर सफर करना पड़ा। हल्की बारिश के बीच मौसम ठंडा हो गया है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
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