
International Sex Worker Day 2025: सेक्स वर्कर्स भी इंसान हैं! सम्मान, न्याय और अधिकार की मांग
International Sex Worker Day 2025 : प्रत्येक वर्ष 2 जून को International Sex Worker Day मनाया जाता है। सेक्स वर्कर्स की गणना दुनिया भर के सबसे पुराने पैसों में से की जाती है। हर वर्ष 2 जून को अंतर्राष्ट्रीय सेक्स वर्कर्स दिवस मनाने का उद्देश्य यह है कि सेक्स वर्कर्स के साथ हो रहे दुर्व्यवहार भाव के खिलाफ आवाज उठाई जाए, उनके साथ हुए उत्पीड़न और उनके स्वास्थ्य के लिए आवाज उठाई जाए। यह दिवस सेक्स वर्कर्स के साथ हुए उत्पीड़न, बेज्जती और दुर्व्यवहार के साथ-साथ सरकार से उनकी मांगो के लिए बनाया गया है। आए दिन न जाने कितने ही वेश्याओं की हत्याएं कर दी जाती है, जिनके लिए कोई आवाज नहीं उठाता।
International Sex Worker Day का इतिहास
अंतर्राष्ट्रीय सेक्स वर्कर्स दिवस की शुरुआत 2 जून 1975 से हुई थी, जब सभी यौनकर्मी एक चर्च में एकत्रित हुए और अपनी मांगे पूरे करने की अपील करने लगे। सेक्स वर्कर्स की पीड़ा और उनकी मांगो को पूरी करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है।
इस दिवस की शुरुआत कब हुई जब तकरीबन 8 दिनों के लिए सभी यौनकर्मी हड़ताल पर बैठ गए थे, और सभी ने मीडिया अभियान भी चलाया। इसके बाद पूरे यूरोप में यौन कर्मियों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के लिए आंदोलन चलाया गया।
ल्योन में यौन कर्मियों ने एक चर्च पर कब्जा कर लिया, इसके बाद उन लोगों से प्रेरित होकर पेरिस मार्शल ग्रेनोबल सेंट – एटिन और मोंट फैलियर जैसे अन्य शहरों ने भी यो कर्मचारियों ने चर्च पर कब्जा कर लिया, उनका यह कदम रखने का मकसद यह था ताकि राजनीति नेता और सरकार उनके मानव अधिकारों और महिला संगठनों के लिए अपना योगदान दिखाएं। इसके बाद 1995 में पहली बार इंटरनेशनल सेक्स वर्कर्स डे मनाया गया। इस वर्ष दिवस का उद्देश्य यह है कि दुनिया भर के सभी यौन कर्मियों के लिए न्याय और सुविधा हो।
International Sex Worker Day का महत्व!
अंतर्राष्ट्रीय सेक्स वर्कर्स दिवस मनाने के कई सारे महत्वपूर्ण कारण है जैसे—
- जागरूकता फैलाना: कई सारी महिलाएं जो सेक्स वर्कर्स होती है, उनके साथ अन्य व्यक्तियों द्वारा भेदभाव किया जाता है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि उनको हिंसा और कई सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
- उनके अधिकारों की मांग: अंतर्राष्ट्रीय सेक्स वर्कर्स दिवस पर सभी यौन कर्मियों के अधिकारों की बात की जाती है। जैसे अन्य लोग अपने-अपने पैसे को और एक दूसरे के पैसे को इज्जत और महत्वता देते हैं इस तरह यौन कर्मियों के पेशे को भी महत्वता और सम्मान मिलना चाहिए।
- सशक्तिकरण और समर्थन: हम सभी लोगों का यह उत्तरदायित्व होना चाहिए कि सभी यौन कर्मियों को समर्थन दे। मानसिक और आर्थिक मदद से हम उनकी कई परेशानियों को दूर कर सकते हैं।
- उनके लिए आवाज: आए दिन जाने कितने ही यौन कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार होता है, लोग उनकी इज्जत नहीं करते हैं और भक्ति भक्ति टिप्पणी भी करते हैं। यौन कर्मियों के स्वास्थ्य का किसी को भी ध्यान नहीं रहता है, कई सारी ऐसी महिला है जो एड्स और एचआईवी जैसी महामारियों से संक्रमित हो जाती हैं।
सेक्स वर्कर्स का दर्द !
हमें यह बात समझने की जरूरत है कि, जिस तरह सभी व्यक्ति अपना पेट पालने के लिए और समाज में जिंदा रहने के लिए काम करते हैं, और अपने अपने पेशे के साथ आगे बढ़ते हैं, इस प्रकार यौनकर्मी भी दो वक्त की रोटी के लिए यह काम करते हैं। कई महिलाओं की मजबूरी रहती है, जब उनको समझ में सही नौकरी और उनकी मेहनत के हिसाब से पैसे नहीं मिलते हैं तो उनके पास एक मात्र रास्ता यही होता है कि वह सेक्स कर्मी की भूमिका निभाए।
कई सारी महिलाएं तो ऐसी होती हैं जिनका अपहरण करके उनको बेच दिया जाता है और यह काम करने पर मजबूर किया जाता है।
ऐसे में हम सभी लोगों का धर्म है की सेक्स वर्कर सहित सभी व्यक्तियों की गरिमा और मानव अधिकार तथा उनके सम्मान के साथ खिलवाड़ ना किया जाए और न होने दिया जाए।
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