
Justice Yashwant Varma Note Case: 15 मार्च 2025 को एक हैरान करने वाला केस सामने आया, जब दिल्ली हाई कोर्ट के जज रहे यशवंत वर्मा के घर नोटों की गड्डियां बरामद हुई। आपको बता दे यह नोटों की घटिया पूरी तरीके से जली हुई थी, क्योंकि 15 मार्च के दिन जज यशवंत वर्मा के घर आग लग गई थी जी आज को फायर ब्रिगेड की टीम के द्वारा काबू किया गया। कई न्यूज एजेंसी होने 23 मार्च के दिन उनके घर के बाहर कूड़े से जले हुए ₹500 के नोट बरामद किए हैं।
Justice Yashwant Varma Note Case: जानिए पूरी खबर
दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस यश वर्मा के घर में 15 मार्च के दिन आग लगी थी जिसके बाद फायर ब्रिगेड के द्वारा आज पर काबू पाया गया था। इसके बाद 23 मार्च को उनके घर के बाहर ₹500 के नोट बरामद हुए।
इसके बाद से जस्टिस यशवंत वर्मा पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। आपको बता दे कि देश के कई पॉलीटिकल पार्टी उन्हें जस्टिस के पद से हटाने की मांग कर रही है।
Justice Yashwant Varma Note Case: जस्टिस यशवंत की सफाई
जस्टिस यशवंत पर इसके बाद कई आरोप लगे। कई पॉलीटिकल लीडर्स ने पर पार्टी के सदस्यों ने उन्हें पद से हटाने की मांग भी कारी। हालांकि जस्टिस यशवंत वर्मा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को नकारा है। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि यह नगद उनके घर में कैसे पहुंची और यह पैसे उनके है भी नहीं। जस्टिस यशवंत वर्मा ने कहा कि उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है। उनके इस बयान के बाद भी दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डी के उपाध्यक्ष ने इस मामले को गंभीरता से लिया और गहराई से जांच की मांग की। आपको बता दे कि यह विवाद बढ़ता ही जा रहा है सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार की रात कुछ डाक्यूमेंट्स जारी करें और जस्टिस वर्मा के घर से कथित तौर पर मिले गए नदी का वीडियो भी शेयर किया।
Justice Yashwant Varma Note Case: जस्टिस वर्मा का बयान
जस्टिस यशवंत वर्मा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को नकारा है। उन्होंने कहा, ” मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं की ना तो मेरे द्वारा और ना ही मेरे परिवार के किसी सदस्यों ने उसे स्टोर रूम में कभी नगदी राखी। उनका मानना है कि वह उनके खिलाफ एक सुनियोजित साजिश हो सकती है। पहली बार इस मामले में उनकी प्रतिक्रिया सार्वजनिक हुई है। जस्टिस वर्मा ने आगे कहा कि,”यह सोचना कि हमने उसे कमरे में नंगी रखी होगी बिल्कुल हास्यपद है”।
Justice Yashwant Varma Note Case: फायर डिपार्टमेंट का बयान
जहां जस्टिस वर्मा पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए नजर आए तो वहीं दूसरी तरफ दिल्ली फायर सर्विस के के अतुल गर्ग ने उन खबरों का खंडन किया है, जहां पर ऐसा कहा जा रहा है कि उन्होंने कहा,”की दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के घर में आग बुझाने के दौरान कोई नगदी नहीं मिली” क्योंकि कुछ मीडिया हाउस और एक समाचार एजेंसी ने उनके हवाले से कहा था कि फायर ब्रिगेड को आगबुझते समय कोई नगदी नहीं मिली।
Justice Yashwant Varma Note Case: सफाई कर्मियों का दवा
वहां पर काम कर रहे सफाई कर्मियों का दावा है कि मलबे में ₹500 के नोट थे। न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो शेयर की है, इस वीडियो में करने में जली हुई रुपए नोट साफ दिखाई दे रहे हैं, जिसमें सफाई कर्मियों का यह दावा है कि मलबे में ₹500 के नोट थे। सफाई कर्मी इंद्रजीत ने को बताया,”हम इस एरिया में काम करते हैं। हम सड़कों से कचरा इकट्ठा करते हैं, हम चार-पांच दिन पहले यहां सफाई कर रहे थे और कचरा इकट्ठा कर रहे थे, तभी हमें जली हुई ₹500 की नोट के छोटे-छोटे टुकड़े मिले। हमने उसे दिन किस पाया, अब हमें एक दो टुकड़े और मिले हैं, हमें नहीं पता कि आज कहां लगी थी और हम तो बस कचरा इकट्ठा करते हैं।
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