Kojagara Puja 2024: जानें इसका महत्व, शुभ मुहूर्त और विधि

Kojagara Puja 2024, जो धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा के लिए मनाया जाता है, हर साल आश्विन महीने की पूर्णिमा को मनाई जाती है। इसे कई स्थानों पर “कोजागर पूजा” भी कहा जाता है। इस वर्ष, कोजागरा पूजा 16 अक्टूबर, बुधवार को मनाई जाएगी।

Kojagara Puja 2024
Kojagara Puja 2024
त्योहार का महत्व

हिंदू धर्म में कोजागरा पूजा को बेहद शुभ माना जाता है। यह विशेष रूप से असम, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा जैसे राज्यों में बहुत उल्लास और खुशी के साथ मनाया जाता है। इस पर्व के पीछे कई मान्यताएं हैं, जिनमें से एक यह है कि इस दिन समुद्र मंथन के दौरान मां लक्ष्मी प्रकट हुई थीं। इसलिए, शरद पूर्णिमा को मां लक्ष्मी का जन्मोत्सव भी मनाया जाता है। इस दिन विधिवत पूजा करने से घर में सुख और समृद्धि का वास होता है, जिससे घर हमेशा अन्न और धन से भरा रहता है।

मान्यताएं और रिवाज

कहा जाता है कि जो व्यक्ति चांद की रौशनी में रखी गई खीर का सेवन करता है, उसके सारे दुःख-दर्द दूर हो जाते हैं। इस त्योहार पर परिवार के बड़े बुजुर्ग दही लगाकर वर को दीर्घायु और सुखद वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद देते हैं। लोग मखाना, पैसे और बताशे लुटाकर इस अवसर का आनंद लेते हैं। यह त्योहार विवाह के बाद मनाए जाने वाले सबसे बड़े उत्सवों में से एक माना जाता है।

कोजागरा पूजा की तैयारी और रिवाज इसे खास बनाते हैं, और यह सभी के लिए समृद्धि और खुशी का संदेश लेकर आता है।

कोजागरा पूजा क्या है?

कोजागरा पूजा, जिसे धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा के लिए मनाया जाता है, हर साल आश्विन महीने की पूर्णिमा को मनाई जाती है। यह पर्व खासकर असम, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा जैसे राज्यों में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार कोजागरा पूजा 16 अक्टूबर, 2024, बुधवार को मनाई जाएगी।

Kojagara Puja 2024 का महत्व

कोजागरा पूजा का मुख्य उद्देश्य मां लक्ष्मी को प्रसन्न करना है। मान्यता है कि इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान मां लक्ष्मी प्रकट हुई थीं। इस दिन विधिवत पूजा करने से घर में सुख, समृद्धि और धन का वास होता है। भक्तों का मानना है कि इस दिन चांद की रोशनी में रखी गई खीर खाने से सारे दुःख-दर्द दूर हो जाते हैं।

मां लक्ष्मी के स्वरूप

मां लक्ष्मी के आठ अलग-अलग स्वरूप हैं:

  1. संतान लक्ष्मी
  2. कमला लक्ष्मी
  3. धन्य लक्ष्मी
  4. वैभवलक्ष्मी
  5. धनलक्ष्मी
  6. राजलक्ष्मी
  7. विजय लक्ष्मी
  8. ऐश्वर्या लक्ष्मी

इनमें से किसी एक स्वरूप की पूजा करके भक्त मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

Kojagara Puja 2024 का शुभ मुहूर्त

कोजागरा पूजा का शुभ मुहूर्त 16 अक्टूबर, 2024 को रात 8:41 बजे से शुरू होकर 17 अक्टूबर, 2024 को शाम 4:56 बजे तक रहेगा। इस समय में पूजा करना विशेष फलदायी माना जाता है।

Kojagara Puja 2024 की विधि

कोजागरा पूजा के दिन की विधि इस प्रकार है:

  1. स्नान और व्रत का संकल्प: सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और व्रत का संकल्प लें।
  2. मूर्ति की स्थापना: पीतल, तांबे, चांदी, या सोने की बनी मां लक्ष्मी की मूर्ति लें। मूर्ति को नए वस्त्र पहनाएं और पूजा स्थान को साफ करें।
  3. दीपक जलाना: मूर्ति स्थापित करने के बाद घी का दीपक जलाएं और लक्ष्मी-गणेश सहित नवग्रह देवताओं का आवाहन करें।
  4. खीर का भोग: चांद की रोशनी में दूध से बनी खीर रखें और उसका भोग मां लक्ष्मी को अर्पित करें।
  5. प्रसाद वितरण: खीर को ब्राह्मणों को प्रसाद के रूप में दें और अगले दिन मां लक्ष्मी की पूजा करके व्रत का पारण करें।
निष्कर्ष

कोजागरा पूजा न केवल मां लक्ष्मी का पूजन है, बल्कि यह समृद्धि और सुख-समृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर भी है। इस दिन की गई पूजा से न केवल घर में सुख-शांति बनी रहती है, बल्कि सभी इच्छाएं भी पूर्ण होती हैं। इस खास दिन को मनाने के लिए तैयार रहें और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करें!

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