आस्था और परंपरा का प्रतीक प्रयागराज महाकुंभ मेला 2025 इस बार 13 जनवरी से आरंभ हो रहा है। गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर आयोजित इस ऐतिहासिक मेले में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु पहुंचने की तैयारी में हैं। हर 12 साल में आयोजित होने वाला यह मेला न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक महत्व भी रखता है। अगर आप भी इस बार मेले में जाने की योजना बना रहे हैं तो इसके खास आकर्षण और आयोजनों के बारे में जरूर जान लें।
इस साल प्रयागराज महाकुंभ में ये आकर्षण रहेंगे प्रमुख
1. स्टेट पवेलियन
यह पवेलियन भारत के विभिन्न राज्यों की कला, संस्कृति और पर्यटन को प्रदर्शित करेगा। मकर संक्रांति से बैसाखी तक के पर्वों की झलक इस पवेलियन में देखने को मिलेगी। इसमें 35 स्टॉल्स बनाए गए हैं, जहां पारंपरिक हस्तशिल्प, कार्यशालाएं और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी।
2. संस्कृति ग्राम
अरैल क्षेत्र में “संस्कृति ग्राम” तैयार किया जा रहा है। इसे छह हिस्सों में बांटा गया है, जहां प्राचीन धरोहर, महाकुंभ की कहानियां, ज्योतिष, पारंपरिक व्यंजन और डिजिटल माध्यम से कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। यह स्थल दर्शकों को एक अनोखा सांस्कृतिक और शैक्षिक अनुभव प्रदान करेगा।
3. कला ग्राम
“कला ग्राम” में कला और संस्कृति से जुड़े विभिन्न पहलुओं का प्रदर्शन किया जाएगा। यहां तीन प्रमुख थीम्स पर आधारित गतिविधियां आयोजित होंगी, जो आगंतुकों के अनुभव को और भी खास बनाएंगी।
4. वॉटर लेजर शो
यमुना नदी के काली घाट पर अत्याधुनिक वॉटर लेजर शो का आयोजन होगा। यह शो अत्याधुनिक तकनीक के जरिए पर्यटकों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगा।
5. ड्रोन शो
20 जनवरी और 5 फरवरी को महाकुंभ में दिव्य आकृतियों पर आधारित ड्रोन शो आयोजित किया जाएगा। यह शो तकनीकी चमत्कारों के जरिए आध्यात्मिक और दृश्य आनंद प्रदान करेगा।
6. सांस्कृतिक कार्यक्रम
मेले में शास्त्रीय संगीत, लोक नृत्य, पारंपरिक नाटक और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रूप में प्रदर्शित करेगा।
7. क्राफ्ट और फूड बाजार
यहां विभिन्न राज्यों के कारीगर अपनी हस्तकला का प्रदर्शन करेंगे। आभूषण, हाथ से बुने वस्त्र और अन्य हस्तशिल्प के साथ यहां देशभर के स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद भी लिया जा सकता है।
अन्य प्रमुख गतिविधियां
महाकुंभ मेले में घाटों पर महा स्नान, संध्या आरती और मंदिर दर्शन जैसी धार्मिक गतिविधियां होंगी। इसके साथ ही आप प्रयागराज के ऐतिहासिक मंदिरों और धरोहर स्थलों का भी भ्रमण कर सकते हैं।
कुंभ मेला: आस्था और सांस्कृतिक धरोहर का संगम
महाकुंभ मेला 2025 में लाखों श्रद्धालुओं के साथ-साथ सैलानियों का भी आगमन होगा। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि भारत की विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि का भी प्रतीक है।
प्रयागराज महाकुंभ: मुफ्त यात्रा और टोल माफी के दावे की सच्चाई