
World Nature Conservation Day 2025: क्यों मनाया जाता है विश्व संरक्षण दिवस? जानिए महत्व और उपाय
World Nature Conservation Day 2025: हर साल 28 जुलाई को विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस (World Nature Conservation Day) मनाया जाता है। यह दिन हमें यह याद दिलाने के लिए है कि एक स्वस्थ समाज की नींव एक स्वस्थ पर्यावरण होता है। इस दिवस का उद्देश्य है – लोगों को प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक करना और उन्हें प्रेरित करना कि वे अपने जीवन में छोटे-छोटे बदलाव लाकर धरती की रक्षा में योगदान दें।
क्या हैं प्राकृतिक संसाधन?
प्राकृतिक संसाधन वे चीजें हैं जो हमें प्रकृति से बिना किसी मानवीय निर्माण के मिलती हैं। इनमें शामिल हैं:
- जल (पानी)
- वायु (हवा)
- सूर्य की रोशनी
- मृदा (मिट्टी)
- खनिज
- ईंधन
- वन और जीव-जंतु
हम हर दिन इन संसाधनों का उपयोग करते हैं – खाना पकाने से लेकर सफर करने तक और खेती से लेकर उद्योगों तक। लेकिन इन संसाधनों की एक सीमा है।
क्यों ज़रूरी है संरक्षण?
वर्तमान समय में पृथ्वी की आबादी लगभग 8 अरब हो चुकी है, और 2037 तक यह संख्या 9 अरब से अधिक हो जाएगी। इसका मतलब है कि संसाधनों का उपयोग भी तेज़ी से बढ़ेगा। अगर हमने इनका सही तरीके से उपयोग नहीं किया, तो भविष्य में पानी, हवा और ऊर्जा जैसे मूलभूत संसाधनों की भारी कमी हो सकती है।
कुछ वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि 2050 तक धरती का जल भंडार गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है। यह चिंताजनक है, लेकिन साथ ही एक मौका भी है कि हम आज से ही सचेत हो जाएं और बदलाव की शुरुआत करें।
प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के आसान उपाय
हर कोई अपने स्तर पर छोटे-छोटे कदम उठाकर प्रकृति की रक्षा में योगदान दे सकता है। कुछ आसान उपाय इस प्रकार हैं:
पानी की बचत करें:
- नहाने में कम पानी इस्तेमाल करें।
- दाँत ब्रश करते समय नल बंद रखें।
- वर्षा जल का संग्रह कर सिंचाई और अन्य कार्यों में उपयोग करे ।
ऊर्जा की बचत:
- कमरे से बाहर जाते समय लाइट और पंखा बंद करें।
- एलईडी बल्ब और ऊर्जा दक्ष उपकरणों का उपयोग करें।
- धूप का अधिक उपयोग करें, जैसे – कपड़े सुखाने में।
पुन: उपयोग और रीसायकल करें:
- प्लास्टिक की जगह कपड़े या जूट के थैले उपयोग करें।
- पुराने अखबार, बोतलें और इलेक्ट्रॉनिक कचरे को रीसायकल करें।
- कंपोस्ट बनाएं – जैविक कचरे से खाद बनाएं।
पर्यावरण के अनुकूल सफाई उत्पाद चुनें:
- विषैले केमिकल की जगह नींबू, सिरका जैसे प्राकृतिक क्लीनर अपनाएं।
पेड़ लगाएं और हरियाली बढ़ाएं:
- पेड़ मृदा अपरदन को रोकते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड सोखते हैं।
- शहरों में भी गमलों में पौधे लगाकर हरियाली बढ़ाई जा सकती है।
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस कैसे मनाएं?
इस दिन को मनाने का मकसद सिर्फ पोस्टर लगाने या नारे लगाने तक सीमित नहीं होना चाहिए। हमें इस दिन को एक जिम्मेदारी की तरह मनाना चाहिए। कुछ सुझाव:
- अपने बच्चों को सिखाएं कि प्रकृति हमारी मां है और उसकी देखभाल करना हमारा कर्तव्य है।
- पर्यावरण से जुड़ी डॉक्यूमेंट्री देखें, जैसे – “A Fierce Green Fire“, “The Blue Planet”।
- सोशल मीडिया पर #WorldNatureConservationDay हैशटैग के साथ अपने विचार साझा करें।
- अपने मोहल्ले में सफाई अभियान या वृक्षारोपण कार्यक्रम में हिस्सा लें।
- जाने-माने संरक्षणवादियों जैसे – डेविड एटनबरो, जेन गुडॉल, रेचल कार्सन आदि के जीवन और कार्यों से प्रेरणा लें।
इतिहास और शुरुआत
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस की शुरुआत भारत से हुई। यह पहल उन जागरूक लोगों द्वारा की गई जो पर्यावरण की बिगड़ती स्थिति से चिंतित थे। नई दिल्ली स्थित ENVIS (Environment Information System) केंद्र ने इस दिवस को बढ़ावा दिया। यह केंद्र भारत सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा प्रायोजित है।
धीरे-धीरे इस मुहिम में दुनिया के कई देशों ने भाग लेना शुरू किया। आज यह दिन वैश्विक स्तर पर मनाया जाता है और लाखों लोग इसमें भाग लेते हैं।
प्रकृति हमें बिना कुछ मांगे बहुत कुछ देती है – पानी, हवा, भोजन, जीवन। अब समय आ गया है कि हम भी उसकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी उठाएं।
अगर हम सब मिलकर छोटे-छोटे बदलाव करें, तो आने वाली पीढ़ियों को एक सुरक्षित, स्वच्छ और हरित पृथ्वी मिल सकती है।
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