
World Sickle Cell Day 2025: जेनेटिक लड़ाई, जागरूकता बढ़ाई, जानकारी ही बचाव है
World Sickle Cell Day 2025: प्रत्येक वर्ष 19 जून को विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस 2025 मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य यह है कि लोगों को शीतल सेल बीमारी के बारे में जागरूक किया जाए, लोगों को बताया जाए इस गंभीर बीमारी के बारे में। साथ ही यह दिन उन मरीजों का देखभाल करने वालों की चुनौती को भी समझने के लिए मनाया जाता है।
सिकल सेल रोग क्या है?
सिकल सेल रोग एक जेनेटिक बीमारी है, जो खून से जुड़ी बीमारी होती है। यह बीमारी खुद ब खुद नहीं होती बल्कि माता-पिता के द्वारा विरासत में मिलती है। सिकल सेल रोग को आम रूप में, “सिकल सेल एनीमिया” होता है।
जिस व्यक्ति को सिकल सेल की बीमारी हो जाती है, उसे व्यक्ति की लाल रक्त कोशिकाएं यानी red blood cells अपनी सामान्य और लचीली शक्ल खोकर सीकर जैसे रूप में परिवर्तित हो जाता । इस बीमारी के कारण कोशिकाएं आसानी से टूट जाते हैं और शरीर में ऑक्सीजन की कमी भी होने लगती है, जिस कारण मरीज को थकान, दर्द और दूसरी समस्याएं आसानी से हो जाती हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO की रिपोर्ट के अनुसार सिकल सेल रोग दुनिया भर में लगभग 100 मिलियन लोगों को प्रभावित करता है, साथी हर 300,000 से ज्यादा बच्चे इस बीमारी के साथ जन्म लेते हैं। यह बीमारी किसी को भी हो सकती है, हालांकि अमेरिका, अफ्रीका और हिस्पैनिक के लोगों में यह बीमारी सबसे ज्यादा पाई जाती है।
विश्व सिकल सेल दिवस का इतिहास!
यह अनुमान लगाया जाता है कि, सिकल सेल बीमारी की जानकारी सबसे पहले 1846 में सामने आई थी, जब एक मारे गए गुलाम के व की जांच हुई थी तभी यह लक्षण उसके शरीर में पाए गए।
उसके बाद 2006 में विश्व साथ संगठन में सिकल सेल रोग को एक गंभीर बीमारी के रूप में मान्यता दे दी। उसे दिन के बाद से 2018 में संयुक्त राष्ट्र यानी UN ने भी इस गंभीर बीमारी को मान्यता दे दी, और अब प्रत्येक वर्ष 9 जून को विश्व शीतल सेल जागरूकता दिवस मनाया जाता है।
विश्व सिकल सेल दिवस कैसे मनाए?
- विश्व सिकल सेल दिवस के दिन सभी लोगों को इस बीमारी के लिए जागरूक किया जाए।
- स्कूलों ऑफिस और कार्यालय में इस बीमारी के बारे में बात की जाए, और जागरूकता फैलाई जाए।
- जो भी व्यक्ति इस बीमारी से जूझ रहा है उसकी सहायता के लिए डोनेशन करें।
- सोशल मीडिया पर भी इस बीमारी के बारे में बात की जाए और #वर्ल्ड सिकल सेल दे का उपयोग करें।
सिकल सेल बीमारी के लक्षण
सिकल सेल बीमारी के कई सारे लक्षण है जिसमें यह लक्षण शामिल है–
- शरीर दर्द: सिकल सेल बीमारी में मरीज के शरीर के विभिन्न विभिन्न अंगों में दर्द होने लगता है।
- एनीमिया: बीमारी होने के कारण शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी होने लगती है, जिसके कारण ऑक्सीजन की कमी होने लगती है।
- संक्रमण का खतरा: सिकल सेल बीमारी के होने से शरीर में कई सारे संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है, खासतौर पर निमोनिया और मेनिनजाइटिस के खतरे सबसे ज्यादा बढ़ जाते हैं।
- आंखों में समस्या: सिकल सेल बीमारी होने पर आपकी आंखें कमजोर होने लगती है जिससे आपकी दृष्टि पर असर पड़ता है।
- फेफड़ों की समस्या: सीगल सेल रोग में फेफड़ों को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि, इस रोग में फेफड़ों में ब्लड फ्लो अच्छे से नहीं हो पता, इसके कारण सांस लेने में तकलीफ होने लगते हैं।
- गुर्दे की बीमारी: सिकल सेल की बीमारी में आपको स्टॉक की समस्या भी होने लगती है।
सिगल सेल की बीमारी का इलाज!
आपको बता दे कि यह एक जेनेटिक डिसऑर्डर है, जो अपने माता-पिता के द्वारा विरासत में मिला है। इस बीमारी का कोई भी इलाज नहीं है, लेकिन इस बीमारी के लक्षणों से आपको छुटकारा मिल सकता है।
- पेन किलर खाएं: जब आपके शरीर में दर्द होने लगे तब, दर्द रोकने वाली दवा का सेवन करें, इसके अलावा गम सेक करें और ज्यादा से ज्यादा आराम करें।
- एनीमिया का इलाज: सिकल सेल बीमारी का इलाज नहीं है लेकिन आप एनीमिया का इलाज कर सकते हैं। आईरन सप्लीमेंट्स और रक्त आधा एन एनीमिया के इलाज से आपको काफी राहत मिल सकती है।
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