
Bihar Election 2025 : 1, 5 और 10 नवंबर को मतदान, 12 नवंबर को होगी मतगणना
Bihar Election 2025: बिहार की राजनीति अब चुनावी मोड में पूरी तरह प्रवेश कर चुकी है। लंबे इंतज़ार के बाद आखिरकार बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) की संभावित तारीखें सामने आ चुकी हैं। सूत्रों के मुताबिक इस बार राज्य में मतदान (Voting) तीन चरणों में कराए जाएंगे। पहला चरण 1 नवंबर को, दूसरा 5 नवंबर को और तीसरा 10 नवंबर को आयोजित किया जाएगा। इसके बाद 12 नवंबर को मतगणना (Counting of Votes) होगी और उसी दिन यह तय हो जाएगा कि बिहार की सत्ता पर किसका कब्ज़ा होगा।
चुनाव आयोग की तैयारियाँ तेज़
चुनाव आयोग (Election Commission) की ओर से संकेत मिले हैं कि अक्टूबर के पहले हफ्ते में आधिकारिक चुनाव कार्यक्रम (Election Schedule) का ऐलान कर दिया जाएगा। सूत्र बताते हैं कि आयोग ने बिहार के मुख्य निर्वाचन कार्यालय के साथ मिलकर सुरक्षा व्यवस्था, मतदान केंद्रों और चुनावी स्टाफ की तैनाती पर तैयारियाँ तेज़ कर दी हैं। इस बार आयोग पूरी कोशिश कर रहा है कि मतदान प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो।
तीन चरणों में क्यों हो रहा Bihar Election 2025?
बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election Dates) को तीन चरणों में कराने के पीछे बड़ी वजह राज्य का भौगोलिक फैलाव और सुरक्षा इंतज़ाम माने जा रहे हैं। बिहार के कई ज़िलों को नक्सल प्रभावित क्षेत्र माना जाता है, ऐसे में चरणबद्ध मतदान से सुरक्षा बलों को प्रभावी ढंग से तैनात किया जा सकेगा। इसके अलावा, त्योहारों के मौसम में मतदान की तिथियों का चुनाव करना आयोग के लिए बड़ी चुनौती थी।
मतगणना 12 नवंबर को
12 नवंबर को होने वाली वोटों की गिनती (Counting of Votes in Bihar) को लेकर भी आयोग ने विशेष रणनीति बनाई है। सभी जिलों में काउंटिंग सेंटर तय कर दिए गए हैं और सुरक्षा इंतज़ामों को पुख़्ता करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। माना जा रहा है कि 12 नवंबर की शाम तक यह स्पष्ट हो जाएगा कि अगले पाँच साल तक बिहार की सत्ता की बागडोर किसके हाथों में होगी।
सियासी दलों की हलचल तेज़
चुनावी तारीखों के संकेत मिलते ही बिहार की राजनीति में हलचल और तेज़ हो गई है। सत्ता पक्ष यानी एनडीए (NDA) सरकार इन चुनावों को जीतकर एक बार फिर सत्ता में वापसी करना चाहती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और बीजेपी (BJP) नेताओं ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। दूसरी ओर महागठबंधन (Mahagathbandhan) भी जनता को लुभाने के लिए अपने चुनावी वादों और घोषणाओं की तैयारी में जुट गया है।
चुनावी मुद्दे
इस बार के बिहार चुनाव (Bihar Assembly Elections 2025) में बेरोज़गारी (Unemployment), महंगाई (Inflation), शिक्षा (Education) और स्वास्थ्य सेवाएँ (Health Services) प्रमुख मुद्दे बन सकते हैं। हाल ही में हुए बाढ़ और प्राकृतिक आपदा (Floods in Bihar) ने भी जनता की समस्याओं को और बढ़ा दिया है। विपक्ष इन मुद्दों को भुनाने की पूरी कोशिश करेगा, जबकि सरकार अपने विकास कार्यों और योजनाओं को जनता के सामने रखेगी।
युवाओं और महिलाओं की भूमिका
पिछले चुनावों की तरह इस बार भी युवा मतदाता (Young Voters in Bihar) और महिला मतदाता (Women Voters) चुनावी नतीजों में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार इस बार पहली बार वोट डालने वाले युवाओं की संख्या काफ़ी अधिक है। महिलाओं की भागीदारी भी लगातार बढ़ रही है और वे राज्य की राजनीति का रुख़ तय करने में अहम साबित हो रही हैं।
सोशल मीडिया पर प्रचार
इस बार के चुनावों में सोशल मीडिया (Social Media Campaign in Elections) की भूमिका और भी अहम होगी। राजनीतिक दल Facebook, X (Twitter), Instagram और YouTube जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके अपने संदेश को गाँव-गाँव और शहर-शहर तक पहुँचाने की तैयारी कर रहे हैं। डिजिटल प्रचार (Digital Campaign) का दायरा बढ़ने से ग्रामीण क्षेत्रों में भी चुनावी चर्चा तेज़ हो चुकी है।
जनता की उम्मीदें
बिहार की जनता इस बार बदलाव और विकास की उम्मीदों के साथ अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेगी। एक ओर लोग रोज़गार और शिक्षा को लेकर सरकार से ठोस योजनाएँ चाहते हैं, वहीं दूसरी ओर भ्रष्टाचार और अपराध पर सख्ती की भी मांग कर रहे हैं।
यह भी पढ़े: Mobile recharge price increase: फिर महंगे होंगे मोबाइल रिचार्ज प्लान, कब और कितने का लगेगा फटका?