Vitamin D शरीर के लिए एक बेहद आवश्यक पोषक तत्व है जो हड्डियों को मजबूत बनाने, मांसपेशियों को स्वस्थ रखने और इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने में मदद करता है। यह विटामिन मुख्य रूप से सूर्य की किरणों से, कुछ खाद्य पदार्थों और सप्लीमेंट्स के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। लकिन अगर शरीर में विटामिन डी की मात्रा जरूरत से अधिक हो जाती है, तो इसका असर न केवल हड्डियों पर बल्कि अन्य अंगों पर भी दिख सकता है।
Vitamin D की मात्रा ज्यादा होने पर नुकसान
Vitamin D ज्यादा होने के लक्षण
1. मतली और उल्टी
शरीर में विटामिन डी की अधिकता से पाचन तंत्र प्रभावित होता है। इससे आपको मतली (Nausea) और उल्टी (Vomiting) की समस्या हो सकती है। अगर बिना किसी कारण के आपको लगातार उल्टी या मतली महसूस हो रही है, और साथ ही विटामिन डी सप्लीमेंट ले रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
2. कमजोरी और थकावट
विटामिन डी की अधिकता के कारण मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र पर नकारात्मक असर पड़ता है। यह शरीर को थका हुआ महसूस करवा सकता है।अगर बिना अधिक काम किए भी आपको लगातार कमजोरी और थकान महसूस हो रही हो, तो यह विटामिन डी की अधिकता का संकेत हो सकता है।
3. हड्डियों और जोड़ों में दर्द
विटामिन डी हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक है, लेकिन इसकी अधिकता से हड्डियों में कैल्शियम की अधिक मात्रा जमा होने लगती है। यह स्थिति हड्डियों और जोड़ों में दर्द का कारण बन सकती है।
4. बार-बार पेशाब आना
विटामिन डी की अधिकता के कारण शरीर में हाइपरकैल्सीमिया होता है, जिसमें खून में कैल्शियम का स्तर बढ़ जाता है। इससे किडनी पर दबाव बढ़ता है और बार-बार पेशाब आने की समस्या होती है।
5. डिहाइड्रेशन (पानी की कमी)
विटामिन डी के अत्यधिक सेवन के कारण शरीर में पानी की कमी होने लगती है। शरीर कैल्शियम को बाहर निकालने के लिए ज्यादा पानी का इस्तेमाल करता है, जिससे डिहाइड्रेशन हो सकता है।
6. भूख में कमी
शरीर में विटामिन डी की अत्यधिक मात्रा से पाचन तंत्र में गड़बड़ी होती है। यह भूख को कम करने और खाने की इच्छा में कमी लाने का कारण बनता है।
7. किडनी स्टोन का खतरा
हाइपरकैल्सीमिया के कारण शरीर में कैल्शियम का स्तर बढ़ता है, जो किडनी में स्टोन (गुर्दे की पथरी) बनने का मुख्य कारण बनता है।
8. दिल की धड़कनों में अनियमितता
विटामिन डी की अधिकता से शरीर में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे दिल की धड़कनों में अनियमितता आ सकती है। यह स्थिति गंभीर हो सकती है और तुरंत उपचार की आवश्यकता होती है।
9. हाई ब्लड प्रेशर
विटामिन डी के बढ़े हुए स्तर से रक्त वाहिकाओं पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे ब्लड प्रेशर उच्च हो सकता है।
Vitamin D की अधिकता के कारण
1. अत्यधिक सप्लीमेंट्स का सेवन
2. jayda-धूप सेंकन
3. डाइटरी सप्लीमेंट्स का संयोजन
Vitamin D की अधिकता से बचाव कैसे करें?
1. डॉक्टर की सलाह लें
2. नियमित जांच करवाएं
3. संतुलित आहार लें
4. धूप का संतुलित उपयोग करें
Vitamin D शरीर के लिए बेहद जरूरी है, लेकिन इसकी अधिकता भी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। इस लिये सोच समझ के इसका इस्तेमाल करा ।
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